- ट्रेलब्लेजर्स ने महिला टी20 चैलेंज 2020 खिताब जीता
- ट्रेलब्लेजर्स ने फाइनल में सुपरनोवाज को दी शिकस्त
- मंधाना की अगुवाई वाली टीम पहरी बार चैंपियन बनी
शारजाह: ट्रेलब्लेजर्स ने सुपरनोवाज को 16 रन से हराकर महिला टी20 चैलेंज 2020 का खिताब जीत लिया। टेलब्लेजर्स पहली बार चैंपियन बनी है। शारजाह स्टेडियम में खेले गए फाइनल में ट्रेलब्लेजर्स ने कप्तान स्मृति मंधाना (68) की अर्धशतकीय पारी के दम पर 8 गंवाकर 118 रन बनाए। जवाब में सुपरनोवाज निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 102 रन ही बना सकी। ट्रेलब्लेजर्स की ओर से सलमा खातून ने तीन, दीप्ति शर्मा ने दो जबकि सोफी एस्लेस्टन ने एक विकेट झटका। वहीं, एक बल्लेबाज रन आउट होकर पवेलियन लौटीं। इस जीत के साथ ट्रेलब्लेजर्स ने साल 2018 के पहले सीजन के फाइनल में सुपरनोवाज से मिली हार का हिसाब बराबर कर लिया।
जीत के बाद स्मृति मंधाना ने दिया ये बयान
खिताबी मुकाबला जीतने के बाद स्मृति मंधाना ने कहा, 'मैंने लड़कियों से केवल यही कहा कि हमारे पास ये अंतिम 20 ओवर हैं और हमें नहीं पता कि फिर कब खेलने का मौका मिलेगा। अगर हम 20 अच्छे ओवर करते हैं तो हम जीत जाएंगे। पहली गेंद से मुझे विश्वास था कि हम ऐसा कर सकती हैं।' मंधाना ने कहा कि मुश्किल वक्त समय में उनका विकेट गिरना अच्छी चीज नहीं थी और उन्हें आखिर तक टिके रहना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'मेरा विकेट महत्वपूर्ण था क्योंकि यह विकेट बल्लेबाजी के लिए कठिन थी। मुझे पारी को खत्म करने के लिए और काम करने की जरूरत है। 135 टक्कर वाला स्कोर होता, लेकिन इस विकेट पर 118 भी अच्छा था।'
'विदेशी खिलाड़ियों संग अभ्यास अच्छा अनुभव'
उन्होंने आगे कहा, 'विदेशी खिलाड़ियों और हमारी युवा खिलाड़ियों के साथ नेट अभ्यास करना अच्छा अनुभव रहा। कुछ नई सीख मिली और हमने अपने अनुभव बांटे। युवा खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने से पहले डियांड्रा डोटिन जैसी खिलाड़ियों की बात सुनना फायदेमंद रहा।' वहीं, उन्होंने लॉकडाउन में परिवार के साथ समय बिताने को लेकर कहा, 'टी20 विश्व कप के बाद हम घर लौटकर थोड़ा विश्राम करना चाहते थे लेकिन हमें नहीं पता था कि यह इतना लंबा खिंचेगा लेकिन मुझे इस बीच परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिला। लॉकडाउन में ढिलाई के बाद हमने अभ्यास शुरू कर दिया था।'
फाइनल गंवाने के बाद क्या बोलीं हरमनप्रीत
फाइनल में हार के बाद सुपरनोवाज की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और इसे हासिल किया जा सकता था। हरमनप्रीत चोट के बावजूद क्रीज पर डटी रहीं और 30 रन बनाकर टीम की ओर से शीर्ष स्कोरर रहीं। उनका विकेट 19वें ओवर में गिरा था, जिसके बाद सुपरनोवाज की हार निश्चित हो गई। हरमनप्रीत ने कहा, 'चोट इतनी ज्यादा खराब नहीं है लेकिन इस मैच से हमने काफी कुछ सीखा।' उन्होंने कहा, 'इस लक्ष्य को हासिल करना इतना मुश्किल नहीं था, लेकिन हम कोई बड़ी साझेदारी नहीं बना सके। आपको कम से कम दो अच्छी साझेदारियां चाहिए थीं। यह बहुत मुश्किल हो गया क्योंकि मुझे फील्डिंग करते हुए चोट लग गई। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन अंत में यह काफी नहीं था।'