- गांगुली और जय शाह एसीसी की आगामी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे
- संभावना है कि कोरोना वायरस के कारण एसीसी बैठक स्थगित कर दी जाए
- एसीसी बैठक में एशिया कप की मेजबानी पर अहम चर्चा होना थी
कोलकाता: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली कोरोना वायरस के कारण 3 मार्च को दुबई में होने वाली एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की आगामी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। बीसीसीआई प्रमुख गांगुली और सचिव जय शाह को एसीसी बैठक में शिरकत करनी थी।
उधर, अटकलें हैं कि बैठक स्थगित कर दी गई है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने यहां पीटीआई से कहा, 'गांगुली को आज रात रवाना होना था, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वायरस के संक्रमण के डर के कारण बैठक स्थगित हो गयी है।'
बता दें कि एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक में इस साल सितंबर में होने वाले एशिया कप की मेजबानी पर अहम बैठक होनी थी। सितंबर (2020) में प्रस्तावित एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गयी है, लेकिन बीसीसीआई ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय टीम सुरक्षा चिंताओं के कारण पड़ोसी देश की यात्रा नहीं कर पाएगी। इसलिये टूर्नामेंट को दुबई में स्थानांतरित कर दिया गया।
गांगुली ने कहा था, 'एशिया कप दुबई में आयोजित होगा और उसमें भारत और पाकिस्तान दोनों खेलेंगे।' इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने गांगुली के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि 3 मार्च को होने वाली एसीसी बैठक में एशिया कप के मेजबान देश का फैसला होगा।
आईएएनएस से बात करते हुए पीसीबी अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान बोर्ड अभी एशिया कप का मेजबान बना हुआ है। सिर्फ एसीसी ही इस मामले में फैसला ले सकती है कि हिस्सा लेने वाले देशों की रूचि को देखते हुए इसे पाकिस्तान के बाहर कही और आयोजित करना है या नहीं। पीसीबी अधिकारी ने कहा, 'एसीसी इस टूर्नामेंट की मेजबानी का फैसला करेगा। एसीसी की बैठक 3 मार्च को दुबई में होगी, जिसमें यह फैसला किया जाएगा कि एशिया कप किस स्थान पर आयोजित किया जाए।'
वहीं बीसीसीआई अधिकारी ने कहा था, 'सवाल यह नहीं कि पीसीबी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। यह ऐसा है कि जगह के बारे में तय किया जा रहा है कि इसे तटस्थ स्थान पर कराया जाए। भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। अगर एसीसी भारत के बिना एशिया कप कराना चाहता है तो फिर बात अलग है। मगर भारतीय टीम को अगर हिस्सा लेना है तो फिर मेजबानी पाकिस्तान नहीं कर सकता।' एशिया कप 2018 भारत को यूएई में इसलिए आयोजित कराना पड़ा था क्योंकि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीसा की दिक्कत हुई थी।