- सौरव गांगुली और स्टुअर्ट ब्रॉड के बीच हुई थी तीखी बहस
- गांगुली ने युवा ब्रॉड को सिखाया था जिंदगीभर का पाठ
- यह वाकया 2007 भारत के इंग्लैंड दौरे का है, जो फैंस लंबे समय तक नहीं भूलेंगे
नई दिल्ली: क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच स्लेजिंग देखने से फैंस में जोश भर जाता है। मगर क्रिकेट में अनुशासन की अपनी जगह है और ऐसे में कोई भी खिलाड़ी सम्मानित क्रिकेटर से स्लेजिंग करने का जोखिम नहीं उठाना बेहतर समझता है। दरअसल, क्रिकेट में यह अधिकांश देखने को मिला है कि दिग्गज खिलाड़ी अपने खेल पर पूरा ध्यान लगाता है, वह अपने ईर्द-गिर्द स्लेजिंग जैसी चीजों से खुद को दूर रखता है। हालांकि, 2007 में क्रिकेट में एक अजब घटना देखने को मिली थी।
इंग्लैंड के तब युवा गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड एक वनडे मैच में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली से अड़ लिए थे। यह घटना सात मैचों की वनडे सीरीज के छठे वनडे की है। इंग्लैंड ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी की और 316 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम को सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की लोकप्रिय जोड़ी ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचा दिया था।
ब्रॉड की नासमझी और दादागिरी
भारतीय पारी के दौरान स्टुअर्ट ब्रॉड 9वां ओवर करने आए। उन्होंने सौरव गांगुली को ओवर के बीच में कुछ कहा, जो पूर्व भारतीय कप्तान को बिलकुल भी रास नहीं आया। गांगुली ने बहुत बुरी तरह ब्रॉड को फटकार लगाई, जिस पर तेज गेंदबाज थोड़ा मायूस होते भी दिखे। कमेंट्री बॉक्स में मौजूद एक कमेंटेटर ने कहा कि गांगुली शायद ब्रॉड को यह बोल रहे हैं कि जितनी तुम्हारी उम्र नहीं है, उससे ज्यादा मुझे मैदान पर अनुभव है, तो मेरे से स्लेजिंग सही नहीं।
फिर मारा वो छक्का
इस घटना के बाद सौरव गांगुली नाखुश थे। उन्हें साथियों ने शांत रहने को कहा। गांगुली शांत भी हुए, लेकिन उनके मन में कुछ चल रहा था। ब्रॉड पारी का 11वां ओवर करने आए। गांगुली ने फैसला कर रखा था कि इस युवा को पाठ सिखाना जरूरी है। गांगुली ने ओवर की पहली ही गेंद पर लांग ऑन के ऊपर से जोरदार छक्का जमाया और तेज गेंदबाज को जिंदगी भर का पाठ सिखा दिया कि कभी सीनियर खिलाड़ियों से उलझना नहीं चाहिए। गांगुली ने इस मैच में अर्धशतक जमाया और भारतीय टीम ने मुकाबला जीता। हालांकि, इंग्लैंड ने सात मैचों की सीरीज 4-3 से अपने नाम की।