नई दिल्ली: श्रीलंका ने पाकिस्तान का टी20 सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ कर दिया। श्रीलंका को कमजोर माना जा रहा था लेकिन कप्तान दसुन शनाका की अगुवाई में टीम अपनी छाप छोड़ने में सफल रही। दरअसल, श्रीलंकाई टीम अपने अनुभवहीन खिलाड़ियों के साथ पाकिस्तान दौरे पर आई थी। इसलिए कहा जा रहा था कि मेहमान टीम पाकिस्तान को कड़ी टक्कर नहीं दे पाएगी। हालांकि, श्रीलंकाई 'शेरों' ने साबित कर दिया कि वो अपने प्रदर्शन से किसी को भी धूल चटाने का माद्दा रखते हैं।
बुधवार को श्रीलंका ने जैसे ही तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय अपने नाम किया शनाका ने एक कीर्तिमान रच दिया। शनाका भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के क्लब में शामिल हो गए हैं। शनाका, धोनी और क्लार्क के बाद तीसरे कप्तान हैं जिन्होंने बतौर कप्तान पाकिस्तान के खिलाफ लगातार तीन टी20 मैचों में जीत दर्ज की है। श्रीलंका ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय 64, दूसरा 35 और तीसरा 13 रन से जीता।
कप्तान लसिथ मलिंगा के बाद पाकिस्तान दौरे पर आने से इंकार के बाद 28 वर्षीय शनाका को कार्यवाहक कप्तान बनाया गया था। मलिंगा समेत कई अन्य अनुभवी खिलाड़ियों ने सुरक्षा चिंताओं के हवाला देते हुए पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था। यह पहली बार है जब श्रीलंका ने 3-0 से सीरीज जीती और पाकिस्तान का पहली बार तीन मैचों की सीरीज में सूपड़ा हुआ। पाकिस्तान हालांकि, श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से जीत हासिल करने में कामयाब रहा था। सीरीज का एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था।
सीरीज जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शनाका ने कहा कि श्रीलंका की जीत का कारण टीम की एकता है। उन्होंने कहा, 'यह एक अच्छी जीत है। पाकिस्तानी दर्शकों का धन्यवाद, जिन्होंने न केवल अपनी टीम का समर्थन किया, बल्कि हमारा भी समर्थ किया।' उन्होंने आगे कहा, 'टीम के सभी खिलाड़ियों का शानदार व्यवहार हमारी सफलता की कुंजी है। वे बहुत प्रतिभाशाली हैं और मुझे लगता है कि हमारी सफलता के पीछे एकता अहम रही। अगर हम स्मार्ट क्रिकेट खेलते हैं तो हमेशा जीतने का मौका होता है। हर किसी ने अच्छे फैसले लिए जिसने हमें सीरीज जीतने में मदद की।'