- श्रीलंका क्रिकेट टीम दिसंबर में पाकिस्तान में खेल सकती है 2 मैच की टेस्ट सीरीज
- आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होगी ये सीरीज
- दिसंबर में कराची और रावलपिंडी में खेले जा सकते हैं मुकाबले
लाहौर: साल 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकट नहीं खेली गई है। पिछले एक दशक से क्रिकेट की पाकिस्तान वापसी की पीसीबी की कोशिशें नाकाम रही हैं। हाल ही में श्रीलंका क्रिकेट टीम ने 3 मैचों की वनडे और टी-20 सीरीज खेलने के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था। वनडे सीरीज कराची और टी-20 सीरीज लाहौर में खेली गई थी। सीमित ओवरों की सीरीज के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड टेस्ट क्रिकेट की वापसी की योजना बना रहा है।
जियो न्यूज में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज के आयोजन के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। ऐसे में 10 साल बाद पाकिस्तान में टेस्ट क्रिकेट खेलने की संभावनाओं को बल मिला है। ऐसा श्रीलंका क्रिकेट टीम के हालिया पाकिस्तान दौरे के सकारात्मक रहने के बाद हुआ है।
दोनों देशों के बीच दो मैच की टेस्ट सीरीज का आयोजन इसी साल दिसंबर में हो सकता है। यह सीरीज आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होगी। इसके लिए प्राथमिक तौर पर कराची और रावलपिंडी को बतौर वेन्यु चुना गया है। आयोजन स्थल के रूप में लाहौर का चुनाव मौसम को ध्यान में रखते हुए नहीं किया गया। दिसंबर महीने में लाहौर में बारिश की संभावना है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस सीरीज के आयोजन के लिए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को भरोसे में लिया है। यदि सबकुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ तो एक दशक बाद पाकिस्तानी प्रशंसक टेस्ट क्रिकेट का लुत्फ घर पर उठा सकेंगे। पाकिस्तानी धरती पर आखिरी बार कोई टेस्ट मच साल 2009 में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया था। ऐसे में गद्दाफी स्टेडियम के बाहर श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद से किसी बड़ी टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है।