- कोहली ने लंबे समय से शतक नहीं जमाया है
- कोहली बड़ी पारी खेलने में नाकाम हो रहे हैं
- उन्होंने अंतिम शतक साल 2019 में जड़ा था
नई दिल्ली: महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर को लगता है कि विराट कोहली की स्विंग से निपटने के लिये गेंद को जल्दी खेलने की रणनीति उलटी पड़ गई और इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनकी सलाह हमेशा यही रहेगी कि जितना हो सके, गेंद को उतना देर से खेलो। कोहली को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतक जड़े हुए ढाई साल से ज्यादा हो गये है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ हाल में समाप्त हुए पांचवें टेस्ट में 11 और 20 रन बनाये जिसमें भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
गावस्कर ने ‘स्पोर्ट्स टुडे’ पर कहा, ‘‘इंग्लैंड में खेलने का तरीका है कि गेंद को जितना देर से हो, उतना देर से खेलो। इससे आप गेंद को अपना काम करने दोगे और फिर इसके बाद ही खेलोगे। मैंने ‘हाईलाइट’ में जो भी थोड़ा बहुत देखा है, उससे लग रहा था कि कोहली गेंद तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे और गेंद को जल्दी खेलने का प्रयास कर रहे थे।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि कोहली को 2018 में इंग्लैंड में सफलता मिली थी क्योंकि वह गेंद को काफी देर से खेल रहे थे।
गावस्कर ने कहा, ‘‘इसलिये वह 2018 की तरह खेलते नहीं दिख रहे जिसमें वह ऑफ स्टंप के पास काफी देर से खेलते हुए दिख रहे थे।’’ उन्हें लगता है कि कोहली इस नयी रणनीति को शायद इसलिये आजमा रहे हैं क्योंकि हाल के वर्षों में उनकी फॉर्म में गिरावट आयी है और वह रन नहीं जुटा पा रहे। ऐसे समय में खिलाड़ी प्रत्येक गेंद को खेलने की कोशिश करता है और अकसर खतरे में पड़ जाता है।
यह भी पढ़ें: बचपन के कोच को है विराट कोहली की दमदार वापसी का भरोसा, दिया ये बयान
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनका मुद्दा हो सकता है क्योंकि वह रन नहीं बना पा रहे हैं। जब आप फॉर्म में नहीं होते तो आप लगभग हर गेंद को खेलने की कोशिश करते हो और रन बनाने की कोशिश में हर गेंद को हिट करना चाहते हो। शायद वह इस चीज पर ध्यान दे सकते हैं।’’ हालांकि गावस्कर को लगता है कि कोहली का भाग्य भी साथ नहीं दे रहा। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वह जो पहली गलती कर रहे हैं, वह उनकी अंतिम गलती साबित हो रही है। शायद इस समय भाग्य भी उनका साथ नहीं दे रहा।’’
गावस्कर ने कहा, ‘‘मुझे लगता कि निश्चित रूप से आप थोड़ी योजना बनाते हो, मन में थोड़ी कल्पना करते हो कि अगले दिन गेंदबाज क्या करेगा। इसलिये आप क्रीज के बाहर रह सकते हो, लेकिन आप बल्लेबाजी में एक पूर्वनिर्धारित योजना के साथ जा रहे हो, जिसका मतलब है कि गेंदबाज को उसी लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करनी होगी, जिसकी आप उम्मीद कर रहे हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर वह उस लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी नहीं करता तो आप मुश्किल में हो।’’ गावस्कर ने कहा, ‘‘क्रिकेट खेल हमेशा स्वाभाविक प्रतिक्रिया के बारे में है। आप गेंदबाज की ताकत को समझने के लिये अतिरिक्त तैयारी कर रहे हो लेकिन आखिर में यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया से खेलने वाला खेल है।’’
यह भी पढ़ें: ताजा टेस्ट रैंकिंग का ऐलान, रूट और पंत को फायदा, विराट कोहली को बड़ा झटका