- भारतीय टीम को तीसरे टेस्ट में करारी शिकस्त मिली
- चौथे को भारत की दूसरी पारी अचानक ढेर हो गई
- सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम की आलोचना की
लीड्स: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम को एक पारी और 76 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारत की पहली पारी महज 78 रन पर ढेर हो गई, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 432 जुटाए। इंग्लैंड ने 354 रन की मजबूत बढ़त हासिल की। इसके बाद भारत ने दूसरी पारी में संभलर बल्लेबाजी की और तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 215 रन बनाकर ठीक स्थिति में थे। लेकिन चौथे दिन शनिवार को भारतीय टीम टिककर नहीं खेल सकी और पहले सत्र में ही ढेर हो गई। भारत की खस्ता हालत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसने 54 मिनट में 7 विकेट खो दिए।
गावस्कर ने लॉर्ड्स से की तुलना
टीम इंडिया के घटिया प्रदर्शन पर सुनील गावस्कर ने जमकर भड़ास निकाली है। गावस्कर ने मैच के बाद सोनी स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि इंग्लैंड की टीम जब लॉर्ड्स में पिछड़ती हुई नजर आ रही थी तो हमने (भारतीय टीम) जबरदस्त प्रदर्शन किया था। दूसरी पारी में इंग्लैंड के टॉप तीन विकेट जल्द गिर गए थे, जिससे यह स्पष्ट था कि उनकी टीम बहुत लंबे समय तक टिकने में सक्षम नहीं। लेकिन दूसरी ओर 54 मिनट में भारत के सात विकेट गिरने की कल्पना और भी मुश्किल है। मालूम हो कि चेतेश्वर पुजारा (91) चौथे दिन तीसरे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। इसके बाद भारतीय टीम बुरी तरह लड़खड़ा गई।
बता दें कि इंग्लैंड की टीम ने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट में ज्यादातर समय अपनी पकड़ बनाए रखी थी लेकिन अंतिम वक्त में मैच उसके हाथ से फिसल गया था। इंग्लैंड को यह मैच 151 रन से गंवाना पड़ा था। मुकाबले के अंतिम दिन पुछले बल्लेबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने 9वें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी करके भारतीय टीम की जीत की नींव रख दी थी। इसके बाद बाकी बचे 60 ओवर में भारती गेंदबाजों ने धारदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को महज 120 रन पर ढेर कर दिया था और मै अपने नाम कर लिया था।
किस वजह से चरमराई दूसरी पारी?
कोहली ने लीड्स टेस्ट में हार के बाद स्वीकार किया कि खेल के चौथे दिन भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव था। उन्होंने कहा, 'चौथे दिन के खेल पर उन्होंने कहा, 'हमने सोचा कि पिच बल्लेबाजी के लिये अच्छी है। लेकिन अनुशासित गेंदबाजी ने गलतियां करने पर मजबूर कर दिया और दबाव बहुत ज्यादा था। जब आप रन नहीं बना रहे हो तो दबाव से उबरना बहुत मुश्किल है। इससे ही बल्लेबाजी चरमरा गई।' वहीं, कोहली ने पहली पारी के बारे में कहा, 'जब आप 80 रन के अंदर आउट हो जाते हो तो स्कोरबोर्ड का दबाव बना रहता है।'