- वेस्टइंडीज के कप्तान किरोन पोलार्ड ने सुनील नारायण की वापसी पर दिया जवाब
- सुनील नारायण को पिछले साल आईपीएल में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के लिए चेतावनी दी गई थी
- सुनील नारायण ने वेस्टइंडीज के लिए अपना आखिरी मैच अगस्त 2019 में खेला था
ग्रेनेडा: वेस्टइंडीज के कप्तान किरोन पोलार्ड ने कहा है कि रहस्यमयी स्पिनर सुनील नारायण की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी तब होगी जब गेंदबाजी में उनका आत्मविश्वास लौट आएगा। पोलार्ड ने साथ ही कहा कि कोलकाता नाइटराइडर्स के गेंदबाज इस समय राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए तैयार नहीं हैं। आईपीएल 2021 बीच में ही निलंबित हुआ, किरोन पोलार्ड ने सलाह दी कि नारायण अपने गेंदबाजी एक्शन को लेकर सहज नहीं हैं।
पोलार्ड ने क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'सुनील नारायण ने चयनकर्ताओं को संकेत दिया है कि वह आईपीएल के बाद उपलब्ध हो सकता है। फिर आईपीएल बीच में ही निलंबित हो गया तो शायद वह अपने एक्शन को लेकर जरूरी तैयारी नहीं कर पाया या फिर उसमें विश्वास की कमी है। इसलिए नारायण ने कहा कि वह अभी तैयार नहीं है।'
सुनील नारायण ने आखिरी बार वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व 2019 में किया था। तब उन्होंने भारतीय टीम के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल मैच खेला था। इस साल टी20 विश्व कप उप-महाद्वीप में होना है, किरोन पोलार्ड ऐसे में सुनील नारायण जैसा अनुभवी खिलाड़ी अपनी टीम में रखना चाहते हैं।
अनुभवी क्रिकेटरों का फायदा क्यों नहीं उठाएं: पोलार्ड
भले ही सुनील नारायण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज का हिस्सा नहीं है, लेकिन कैरेबियाई टीम में कई अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी हुई है। प्रोटियाज के खिलाफ वेस्टइंडीज टीम के खिलाड़ियों की औसत उम्र 31 साल है, जिसमें क्रिस गेल (41 साल) सबसे वरिष्ठ हैं। इसके अलावा फिडेल एडवर्ड्स (39), ड्वेन ब्रावो (37), लेंडल सिमंस (36) और कप्तान किरोन पोलार्ड (34) खुद की उम्र इतनी है।
पोलार्ड को अनुभवी खिलाड़ियों के टीम में होने से जरा भी तकलीफ नहीं है। उनका मानना है कि सीनियर खिलाड़ी बहुत कुछ दे सकते हैं। स्क्वाड की उम्र के बारे में बात करते हुए पोलार्ड ने कहा, 'अगर ये लोग हमारी टीम की अमानत है, तो इनमें जो थोड़ी क्रिकेट बची है, उसका हम फायदा क्यों न उठा लें। इनमें से कुछ खिलाड़ी दुनियाभर में खेल चुके हैं और जब हमने उन्हें पूरी दुनिया में खेलते देखा तो पूछा कि हमारे लिए क्यों नहीं खेलते और वो खेल रहे हैं।'
वेस्टइंडीज भले ही मौजूदा वर्ल्ड टी20 चैंपियन हो, लेकिन उसने पिछले आठ टी20 इंटरनेशनल द्विपक्षीय सीरीज में से केवल दो ही सीरीज जीती हैं। इसका प्रमुख कारण उसके मुख्य खिलाड़ियों का नहीं होना है। हालांकि, टी20 विश्व कप को देखते हुए कई सीनियर खिलाड़ियों ने वापसी की और उम्मीद है कि वह बड़े इवेंट में भी शिरकत करेंगे।