- बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले ही दिन 195 रन पर ढेर हो गई ऑस्ट्रेलियाई टीम
- भारतीय गेंदबाजों ने कंगारू बल्लेबाजों को नहीं दिया पिच पर पैर जमाने और रन बनाने का मौका
- लाबुशेन एक बार फिर रहे ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे सफल बल्लेबाज
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज मार्नुस लाबुशेन ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन 'नई योजना' के साथ गेंदबाजी करने पर भारतीय गेंदबाजों की सराहना करते हुए शनिवार को यहां कहा कि उनकी टीम पहली पारी में दबाव में आ गयी थी। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (56 रन पर चार विकेट) और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (35 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 195 रन पर समेट दिया। दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने एक विकेट पर 36 रन बना लिये थे।
हम बेहतर कर सकते थे, लेकिन...
इस पारी में ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले लाबुशेन (132 गेंद में 48 रन) ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'निश्चित रूप से हम बेहतर कर सकते थे। हमारे तीन बल्लेबाज ऐसे आउट हुए जिन्हें शायद आउट नहीं होना चाहिये था।' उन्होंने कहा, 'वे सीधी लाईन-लेंथ के साथ गेंदबाजी कर रहे थे। गेंदबाज रन रोकने के लिए नई योजना के साथ आये थे और दबाव बनाने में सफल रहे।'
टीम की तरह किया भारत की योजना का सामना
इस 22 साल के बल्लेबाज ने कहा, 'मैंने लगभग 130 गेंदों का सामना किया। हमने एक बल्लेबाजी इकाई की तरह इस चुनौती का सामना किया और हमें यह पसंद है।' उन्होंने कहा, 'यह जरूरी नहीं कि सभी छह बल्लेबाज हर बार रन बनाये, कई बार एक या दो बल्लेबाज ही काफी होते हैं।' उन्होंने कहा, 'मैं हूं या कोई और बल्लेबाजी इकाई की जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि बड़ा स्कोर बने।'
अश्विन के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम के संघर्ष करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'लोग नई योजना के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं जैसे की लेग में क्षेत्ररक्षक रखकर सीधी गेंदबाजी करना। हम उन्हें समझने और सीखने की कोशिश कर रहे हैं। यह इसका समाधान है। बल्लेबाजी समूह के रूप में हम हमेशा सीखने की कोशिश करते हैं।'