- उमेश यादव की बाउंसर पर चोटिल हुए सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर
- थ्युनिस डी ब्रून बने दक्षिण अफ्रीका के पहले कन्कशन सब्सटीट्यूट
- अगस्त में इस नियम के लागू होने के बाद तीसरी बार हुआ है इस्तेमाल
रांची: रांची में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे सीरीज के तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन मेहमान टीम के खेमे में उस वक्त खलबली मच गई जब तेज गेंदबाज उमेश यादव की गेंद सलामी बल्लेबाजी डीन एल्गर के हेलमेट पर जा लगी। उमेश की शॉटपिच गेंद जैसे ही एल्गर के हेलमेट पर लगी वो पिच पर गिर पड़े। इसके बाद उनकी सहायता के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम का मेडिकल स्टाफ आया। जब एल्गर के हेलमेट पर गेंद लगी तब वो दूसरी पारी में 29 गेंद पर 16 रन बनाकर खेल रहे थे।
यह वाकया फॉलोऑन खेलने उकरी दक्षिण अफ्रीकी टीम की दूसरी पारी के दसवें ओवर की तीसरी गेंद पर हुआ। एल्गर के चोटिल होने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम ने चायकाल की जल्दी मांग कर ली। चायकाल के बाद एल्गर दोबारा बल्लेबाजी करने नहीं आए। उन्हें जांच के लिए अस्पताल भेद दिया गया। चायकाल के बाद हेनरिक क्लासेन के साथ जॉर्ज लिंडे बल्लेबाजी करने आए। जांच के बाद मेहमान टीम के मेडिकल स्टाफ ने उन्हें दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए अनफिट पाया और आईसीसी द्वारा लागू किए गए कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियम का इस्तेमाल करते हुए थ्युनिस डी ब्रून को टीम एल्गर की जगह टीम में शामिल कर लिया।
इस तरह थ्यूनिस डिब्रून टेस्ट इतिहास के तीसरे और दक्षिण अफ्रीका के लिए कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में मैदान पर उतरने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन एशेज टेस्ट सीरीज के दौरान लॉडर्स में खेले गए मुकाबले में स्टीव स्मिथ की जगह दूसरी पारी में मैदान पर उतरे थे। स्टीव स्मिथ जोफ्रा आर्चर की बाउंसर पर चोटिल हो गए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज के जर्मेन ब्लैकवुड भारत के खिलाफ मैदान पर बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट उतरे थे। उन्होंने जमैका टेस्ट में डेरेन ब्रावो की जगह ली थी। ब्रावो जसप्रीत बुमराह की बाउंसर पर घायल हो गए थे।