- अश्विन ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में टॉम लैथम का महत्वपूर्ण विकेट लिया
- डब्ल्यूटीसी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं अश्विन
- संजय मांजरेकर ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में अश्विन के प्रदर्शन पर बात कही है
साउथैम्प्टन: भले ही संजय मांजरेकर को भारतीय टीम के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को सर्वकालिक महान कहने में आपत्ति हो, लेकिन पूर्व क्रिकेटर ने ऑफ स्पिनर को उच्च दर्जे का गेंदबाज करार दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारतीय स्पिन विभाग की अगुवाई कर रहे अश्विन ने ओपनर टॉम लैथम का महत्वपूर्ण विकेट लिया।
अनुभवी स्पिनर अश्विन से भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथैम्प्टन में चल रहे वर्षाबाधित डब्ल्यूटीसी फाइनल में अहम भूमिका निभाए जाने की उम्मीद है। ध्यान दिला दें कि मांजरेकर ने अश्विन के आइकॉनिक करियर पर सेना देशों में उनके प्रदर्शन पर प्रकाश डाला था। अश्विन का भारत में स्पिन ट्रैक पर शानदार रिकॉर्ड रहा है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में अश्विन को विदेशी पिचों पर अपनी फिरकी का जादू दिखाने का कम ही मौका मिला।
मांजरेकर ने क्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'अश्विन निश्चित ही उच्च दर्जे के गेंदबाज हैं, लेकिन मैं दोबारा किसी से भी कहूंगा कि भारत में स्पिन लेने वाली विकेट पर वह शानदार मैच विनर हैं। मगर इंग्लैंड का उनका तीसरा दौरा है। वह तीन बार ऑस्ट्रेलिया और दो बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा भी कर चुके हैं। उन्होंने यहां भारत के लिए मैच विजयी प्रदर्शन नहीं किया है। अब अश्विन के लिए समय आ गया है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में मैच विजयी प्रदर्शन करके दिखाएं।'
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के तीसरे दिन अश्विन के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए मांजरेकर ने तारीफ की थी कि ऑफ स्पिनर ने नए तरीके से लैथम को आउट किया। अश्विन ने टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अब तक 12 ओवर किए और 5 मेडन सहित 20 रन देकर एक विकेट लिया। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अश्विन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं।
मांजरेकर ने कहा, 'आज का विकेट शानदार था क्योंकि उसे पिच से कोई मदद नहीं मिली और नए तरीके से अश्विन ने विकेट लिया। भारत में वह शॉर्ट लेग और सिली प्वाइंट के सहारे विकेट निकाल लेते हैं। आज उन्होंने पुराने जमाने जैसे विकेट लिया, जैसे प्रसन्ना और बिशन सिंह बेदी किया करते थे। बल्लेबाज को कवर्स, मिड ऑफ और मिड ऑन में ड्राइव खेलने का लालच दिया। पिच में उनके लिए कुछ भी नहीं था, लेकिन इसके बावजूद वह विकेट लेने में कामयाब हुए।'