- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में टीम इंडिया का मध्यमक्रम रहा बेहाल
- मनीष पांडे और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी नहीं मचा पाए धमाल
- ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की क्रिकेट के आखिरी मैच में हार के बाद कई खिलाड़ियों को बाहर करने का मांग हो रही है
सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीन मैचों की सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 मैच में मेजबान टीम ने 12 रन के अंतर से जीत दर्ज की। जीत के लिए मिले 187 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर केवल 174 रन बना सकी। शिखर धवन और हार्दिक पांड्या के अलावा कप्तान विराट कोहली की लक्ष्य का पीछा करते हुए और कोई खिलाड़ी साथ नहीं दे सका और टीम इंडिया का सीरीज में कंगारुओं का सूपड़ा साफ करने का सपना अधूरा रह गया। टीम इंडिया ने सीरीज 2-1 के अंतर से अपने नाम की।
श्रेयस अय्यर का फीका रहा प्रदर्शन, पांडे को मिला एक मौका
भारतीय टीम की करीबी हार के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों का गुस्सा फूट पड़ा। प्रशंसकों ने सीरीज में खराब प्रदर्शन करने वाले श्रेयस अय्यर और मनीष पांडे को टीम से बाहर करने की मांग कर दी। श्रेयस अय्यर मंगलवार को अपना खाता भी नहीं खोल पाए और पहली ही गेंद पर एलबीडब्लू होकर पवेलियन लौट गए। सीरीज के तीन मैच में एक बार नाबाद रहते हुए वो 15.5 की औसत से 31 रन बना सके। वहीं मनीष पांडे को केवल एक टी20 मैच खेलने का मौका मिला जिसमें वो केवल 2 रन बना सके।
वनडे में भी नहीं रहे नाकाम
श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन वनडे सीरीज में भी खराब रहा था। तीन मैच में वो 2, 38 और 19 रन की पारी खेल सके थे। तीन मैच में उन्होंने लगभग 20 की औसत से 59 रन बनाए। मध्यक्रम की असफलता ही वनडे सीरीज में टीम इंडिया की हार की वजह बना। हालांकि घरेलू सरजमीं पर अय्यर ने मध्यक्रम में अपनी उपयोगिता साबित की थी लेकिन विदेशी सरजमीं पर वह बुरी तरह नाकाम रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया का नंबर चार वाला पुराना जख्म फिर से उभर आया है।