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मोबाइल नेटवर्क के लिए पेड़ पर चढ़ते थे भारतीय अंपायर अनिल चौधरी, अब कुछ ऐसा करके बने गांव के हीरो

Updated Jul 17, 2020 | 01:02 IST

Indian Umpire Anil Chaudhary: कुछ दिन पहले खबर आई थी कि लॉकडाउन के दौरान अपने गांव में मौजूद भारत के दिग्गज अंपायर अनिल चौधरी को मोबाइल नेटवर्क के लिए पेड़ पर चढ़ना पड़ता था लेकिन अब उन्होंने कुछ खास किया है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
भारतीय अंपायर अनिल चौधरी ने जीता गांव वालों का दिल
मुख्य बातें
  • भारतीय अंपायर अनिल चौधरी की खूब हो रही है चर्चा
  • उत्तर प्रदेश के अपने गांव में मोबाइल नेटवर्क के लिए पेड़ पर चढ़ते थे
  • अब खास अंदाज में अपने गांव के हीर बन गए हैं अनिल चौधरी

कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए जब भारत में लॉकडाउन लगाया गया तो शुरुआत में काफी हड़बड़ी मची थी। ज्यादातर लोग किसी ना किसी चीज को लेकर परेशान थे। उस दौरान भारत के दिग्गज अंपायर 55 वर्षीय अनिल चौधरी को एक अलग व अजीब समस्या का सामना करना पड़ा। वो लॉकडाउन के दौरान अपने गांव में रहने के लिए मजबूर थे और वहां मोबाइल का नेटवर्क ना आने की स्थिति में उन्हें पेड़ पर चढ़ना पड़ता था। अब उन्होंने कुछ ऐसा किया है जिससे ना सिर्फ उनकी दिक्कत दूर हुई है बल्कि गांव वालों के लिए वो हीरो बन गए हैं।

जब भारत में 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया था, उस दौरान अनिल चौधरी उत्तर प्रदेश में अपने गांव डंगरोल में थे और फिर वहीं ठहरने पर मजबूर हो गए। उस दौरान अंपायरों की ऑनलाइन वर्कशॉप के लिए उन्हें नेट की जरूरत पड़ती थी लेकिन गांव में नेटवर्क की समस्या के कारण उन्हें पेड़ पर चढ़ना पड़ता था। जब ये खबर वायरल हुई तब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा प्रमाणित इस दिग्गज भारतीय अंपायर से एक मोबाइल कंपनी ने संपर्क किया।

इस तरह बने हीरो

टेलीकॉम कंपनी ने खबर वायरल होने के बाद सीधे अनिल चौधरी से संपर्क किया। इसके बाद अनिल चौधरी ने उस कंपनी से बात करने के बाद गांव में मोबाइल टावर लगवा दिया। जिससे उनकी ही नहीं पूरे गांव की समस्या दूर हो गई और अनिल गांव के हीरो बन गए। वैसे जब वो भारत के शीर्ष अंपायरों में से एक बने थे, तभी से वो अपने गांव की शान बने थे, मोबाइल टावर लगवाने के बाद इसमें इजाफा हो गया।

कई समस्याएं सुलझ गईं

द इंडियन एक्सप्रेस में आए अनिल चौधरी के बयान में उन्होंने बताने का प्रयास किया कि कैसे एक कदम से उनके गांव की कई समस्याएं सुलझ गईं। अनिल चौधरी ने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक पहल मेरे गांव के लिए इतना मददगार साबित होगी। जलंधर के एक प्रोफेसर हैं जो अब अपनी क्लास ले पा रहे हैं। छात्र खुश हैं क्योंकि अब उन्हें ऑनलाइन क्लासों के लिए खेतों में बैठकर मच्छरों से जूझना नहीं पड़ता।'

अब नहीं करना पड़ेगा बार-बार सफर

अनिल ने पीटीआई भाषा को बताया कि उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए कई बार अपने गांव से दिल्ली जाना पड़ता था लेकिन अब मुझे ऐसा करना नहीं पड़ेगा क्योंकि मोबाइल नेटवर्क आ रहा है और अपने गांव के घर से ही मैं ऑनलाइन वर्कशॉप में शामिल हो सकता हूं।

इसी साल जब जनवरी में आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप हुआ था तब आईसीसी द्वारा जारी की गई 16 अंपायरों की लिस्ट में अनिल चौधरी एकमात्र भारतीय अंपायर थे। वो 20 वनडे और 27 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।

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