- अनिल कुंबले का हेड कोच के रूप में कार्यकाल ज्यादा अच्छा नहीं रहा
- 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कुंबले ने हेड कोच पद से इस्तीफा दे दिया था
- विनोद राय ने अपनी किताब में इस मामले से जुड़े कई खुलासे किए
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली की क्रिकेटर के रूप में कई कहानियां मशहूर हैं। हालांकि, कुछ ऐसी भी कहानियां हैं, जिसका फैंस पर खराब प्रभाव पड़ा। ऐसा ही एक मामला कोहली का दिग्गज भारतीय खिलाड़ी अनिल कुंबले के साथ रहा, जब वो टीम इंडिया के हेड कोच बने। क्रिकेट फैंस यह अच्छी तरह जानते हैं कि कोहली और कुंबले का रिश्ता अच्छा नहीं रहा है।
यह रिश्ता इतना खटास भरा रहा कि 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अनिल कुंबले को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस सागा में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। पूर्व ऑडिटर जनरल विनोद राय ने अपनी किताब नॉट जस्ट ए नाइटवॉचमैन में दावा किया कि कोहली ने कहा था, 'भारतीय टीम के युवा सदस्य कुंबले से डरते थे।' राय ने इस बात को बरकरार रखा कि कोहली और कुंबले के बीच रिश्ता अच्छा नहीं था, लेकिन चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।
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राय ने अपनी किताब में लिखा, 'कप्तान और टीम प्रबंधन से मेरी बातचीत में बताया गया कि कुंबले काफी अनुशासनात्मक थे और इसलिए टीम सदस्य उनके साथ खुश नहीं थे। मैंने मामले पर विराट कोहली से बातचीत की और उन्होंने बताया कि अनिल कुंबले जिस तरह उनके साथ काम करते थे, उससे टीम सदस्य डरते थे।' जब सीओए ने इसी मामले में कुंबले से पूछताछ की तो तत्कालीन हेड कोच ने कहा कि उनके एक्शन टीम हित के लिए थे।
अनिल कुंबले ने ने भी कथित तौर पर जोर देकर कहा कि उनके बड़े पैमाने पर सफल रिकॉर्ड को कुछ खिलाड़ियों की कथित शिकायतों पर उनके शब्दों को अधिक महत्व देना चाहिए। राय ने लिखा, 'जब वो यूके से लौटे तो हमारी अनिल कुंबले से लंबी बातचीत हुई। जिस तरह यह पूरा मामला घटा, उससे वो निश्चित ही उदास थे। उनका मानना था कि उनके साथ अच्छा बर्ताव नहीं हुआ और कप्तान व टीम को ज्यादा महत्व नहीं देना चाहिए था। यह कोच की जिम्मेदारी है कि टीम में अनुशासन और पेशेवर अंदाज लाए और सीनियर के रूप में उनके दृष्टिकोण की इज्जत खिलाड़ियों को करना चाहिए थी।'
बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्यों सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण ने कथित तौर पर कुंबले और कोहली से इस मामले पर बातचीत की थी। राय ने अपनी किताब में लिखा, 'उनका मानना था कि दोनों के बीच मतभेद बहुत ज्यादा हैं और सीएसी ही है, जो दोनों से खुलकर बातचीत कर सकती थी। जल्द ही सीएसी ने यह मामला सुलझाने के लिए लंदन में दोनों से मुलाकात की और अलग-अलग दोनों से बातचीत की। सीएसी ने कुंबले के हेड कोच पर दोबारा नियुक्ति की सिफारिश का फैसला किया था।'
फिर रवि शास्त्री ने कुंबले की जगह भारतीय टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली। शास्त्री ने 2021 आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप तक टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली और फिर पद से इस्तीफा दिया।