- विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले से हैरान हैं भरत अरुण
- अरुण के मुताबिक विराट कोहली कुछ और साल भारतीय टेस्ट कप्तान रह सकते थे
- कोहली ने 68 टेस्ट में भारत की अगुवाई की और 40 में जीत दिलाई
नई दिल्ली: विराट कोहली का टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा विश्व क्रिकेट में बम विस्फोट की तरह पड़ा। दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट सीरीज में 1-2 से शिकस्त झेलने के बाद विराट कोहली ने सोशल मीडिया के जरिये प्रमुख घोषणा की थी। विराट कोहली ने अपनी कप्तानी का कार्यकाल भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनकर किया। उन्होंने 68 टेस्ट में भारतीय टेस्ट टीम की अगुवाई की और 40 में जीत दिलाई। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि विराट कोहली को कुछ और साल कप्तानी जारी रखना चाहिए थी।
भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण भी इस बात पर सहमत हैं। भरत अरुण ने कहा कि वो विराट कोहली के फैसले से हैरान थे। भरत अरुण का कार्यकाल भारतीय टीम के साथ टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद समाप्त हो गया था। उन्होंने याद किया कि कैसे विराट कोहली उनसे बातचीत में कहता कि वह टीम का नेतृत्व करने के लिए कितना जुनूनी है।
भारत को दुनिया की सबसे मजबूत टीम बनाना चाहते थे कोहली: भरत अरुण
अरुण के हवाले से न्यूज 9 ने कहा, 'मैं निजी तौर पर हैरान हूं कि विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी है। हमारी जब भी बातचीत होती तो वो हमेशा देश का नेतृत्व करने के लिए जुनूनी दिखता था। वो चाहता था कि भारतीय टीम दुनिया में हावी होकर खेले और मेरे ख्याल से उसने अच्छी नींव स्थापित की है।'
अरुण ने साथ ही कहा, 'मुझे निजी तौर पर लगता है कि कोहली कुछ साल और टेस्ट कप्तानी कर सकता था। ध्यान हो कि भारत के तेज गेंदबाजों को तैयार करने का श्रेय भरत अरुण को जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय टीम के साथ दो कार्यकाल 2014-15 और 2017-21 में काम किय। वो एमएस धोनी विराट कोहली की कप्तानी से वाकिफ हैं। अरुण ने कहा कि कप्तानी सोखने का दबाव भारतीय कप्तान का काम प्रधानमंत्री के दूसरे स्थान वाले जैसा होता है।