- टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा 2020
- मोहम्मद सिराज के पिता का हुआ था निधन, ऑस्ट्रेलिया में रुकने का फैसला लिया
- भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपने गेंदबाज को हिम्मत और हौसला दिया
टीम इंडिया के 26 वर्षीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पहली बार टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए हैं। हाल ही में आईपीएल 2020 के दौरान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने वाले सिराज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत दुखद रही। उनके पिता मोहम्मद गौस का निधन हो गया। ऐसे में बीसीसीआई ने तो उनको भारत लौटने का विकल्प दिया लेकिन इस तेज गेंदबाज ने राष्ट्रीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में रुकने का ही फैसला किया। इसके पीछे की वजह भारतीय कप्तान विराट कोहली से उनकी बातचीत थी। कप्तान कोहली भी जिंदगी में ऐसी ही मुश्किल घड़ी से गुजर चुके हैं। खुद सिराज ने बताया है कि कप्तान ने उनसे क्या कहा।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की तैयारी में जुटे सिराज को कप्तान विराट कोहली की ‘मजबूत बनने’ सलाह ने काफी मदद की। कोहली भी पेशेवर जिम्मेदारियों को निभाते हुए निजी त्रासदी का सामना कर चुके हैं। कोहली 2007 में जब किशोर थे तब रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान उनके पिता का निधन हो गया था लेकिन उन्होंने अगले दिन मैदान पर वापसी करते हुए दिल्ली की ओर से 97 रन की शानदार पारी खेली थी।
'मियां तनाव मत लो, मजबूत बनो'
मोहम्मद सिराज ने यहां भारतीय टीम के ट्रेनिंग सत्र के इतर कहा, ‘‘विराट भाई ने कहा कि मियां तनाव मत लो और मजबूत बनो। तुम्हारे पिता चाहते थे कि तुम भारत के लिए खेलो। इसलिए ऐसा करो और तनाव मत लो। कप्तान ने मुझे कहा कि अगर इस स्थिति में तुम मजबूत बन पाए तो इससे तुम्हें मदद ही मिलेगी। ये भारतीय कप्तान के सकारात्मक शब्द थे और इन्हें सुनकर काफी अच्छा लगा।’’
पहले ऑटोरिक्शा चलाते थे सिराज के पिता
क्रिकेटर के रूप में सिराज के शुरुआती वर्षों में उनके पिता आटोरिक्शा चलाते थे और इस क्रिकेटर पर उनका काफी प्रभाव है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए काफी बड़ा नुकसान है क्योंकि वह मेरे सबसे बड़े समर्थक थे। वह चाहते थे कि मैं अपने देश के लिए चमकूं और मैं अब उनके सपनों को साकार करना चाहता हूं।’’
टीम के साथियों का आभारी हूं
सिराज ने अपना साथ देने वाले टीम के अपने साथियों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं टीम के अपने साथियों का आभारी हूं कि उन्होंने इस मुश्किल समय में मेरा साथ दिया और हर चीज का ख्याल रखा।’’ सिराज ने कहा कि उनकी मां ने भी उन्हें दौरे से वापसी नहीं लौटने की सलाह दी जिसकी शुरुआत 27 नवंबर से सीमित ओवरों के मुकाबले के साथ होगी।
अम्मी ने भी दिया हौसला
उन्होंने कहा, ‘‘अम्मी ने कहा कि एक दिन सभी को जाना होता है। आज तुम्हारे पिता गए, कल मैं हो सकती हूं। वही करो जो तुम्हारे पिता चाहते थे। भारत के लिए खेलो। शायद वह शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हो लेकिन मैं महसूस कर सकता हूं कि वह हमेशा मेरे साथ मौजूद हैं।’’