- विराट कोहली ने शनिवार को भारतीय टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दिया
- कोहली टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं
- पूर्व भारतीय कप्तान बेंगलुरु में अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे
नई दिल्ली: आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण में दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली शिकस्त के बाद विराट कोहली ने अचानक भारतीय टेस्ट कप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया। भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान विराट कोहली ने सामने आकर कप्तानी निभाई, जिसकी शुरूआत एमएस धोनी के टेस्ट संन्यास लेने के बाद से हुई थी। कोहली ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में करीब सात साल तक टीम इंडिया का नेतृत्व किया।
कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची। कोहली ने भारत को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर टेस्ट सीरीज जीत दिलाई थी। दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट सीरीज में 1-2 की शिकस्त के बाद कोहली ने कप्तानी से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह जानकारी मिली है कि कोहली को बीसीसीआई ने कप्तानी छोड़ने से पहले विदाई मैच खेलने का प्रस्ताव दिया था।
कोहली ने पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर बड़ा पोस्ट डालकर कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने से इंकार किया। रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई अधिकारी ने कोहली से फोन पर बातचीत की और बेंगलुरु में बड़े स्तर पर विदाइ मैच देने का प्रस्ताव दिया। कोहली ने इसके जवाब में कहा, 'एक मैच से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं ऐसा नहीं हूं।' 33 साल के कोहली बेंगलुरु में टीम इंडिया के लिए अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, 'विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन कप्तानों में से एक रहे हैं। एक कप्तान के रूप में उनका रिकॉर्ड और योगदान किसी से कमतर नहीं है। उनके नेतृत्व में भारत ने 40 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की जो इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने कितने शानदार तरीके से नेतृत्व किया। हम विराट को भविष्य के लिये शुभकामनाएं देते हैं और उम्मीद करते हैं कि वह भारतीय टीम में अपना योगदान देना जारी रखेंगे।'
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक बयान में कहा, 'विराट का भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में अपार योगदान के लिये मैं व्यक्तिगत रूप से उनका आभार व्यक्त करता हूं। उनकी अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने खेल के सभी प्रारूपों में तेजी से प्रगति की। उनका निर्णय व्यक्तिगत है और बीसीसीआई इसका पूरा सम्मान करता है।'
उन्होंने कहा, 'वह इस टीम के बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य बने रहेंगे और एक नये कप्तान की अगुवाई में खेलते हुए बल्लेबाजी में अपने योगदान से टीम को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। हर अच्छी चीज का अंत होता है और इसका अंत सुखद रहा।'