- टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा 2020, पहला वनडे
- वनडे सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 66 रन से पस्त किया
- हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने गेंदबाजों और फील्डिंग पर निकाली भड़ास
सिडनी: भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शुक्रवार को पहले वनडे मैच में ही खराब प्रदर्शन के कारण 66 रनों से हार मिली। हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने फील्डरों और गेंदबाजों पर नारजगी जाहिर की है। आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में छह विकेट खोकर 374 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह आस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर भी है। ऑस्ट्रेलिया को इस स्कोर तक पहुंचाने में भारतीय फील्डरों का भी हाथ रहा जिन्होंने कैच भी छोड़े और ग्राउंड फील्डिंग भी खराब की। गेंदबाज भी लगातार रन लुटाते गए।
मैच के बाद कोहली ने कहा, "हमें तैयारी करने का भरपूर समय मिला था। मुझे नहीं लगता कि जब आप एक टीम के तौर पर नहीं खेल पाते हो तो इसके लिए कोई बहाना होता है। हम अभी तक टी-20 खेल रहे थे, हमने लंबे समय बाद वनडे मैच खेला, लेकिन हमने काफी सारी वनडे क्रिकेट खेली है।"
बॉडी लेंग्वेज ने निराश किया
कप्तान ने कहा, "20-25 ओवरों के बाद हमारी जो बॉडी लेंग्वेज थी वो निराशाजनक थी। अगर आप फील्डिंग में लगातार गलतियां करते रहोगे तो एक शीर्ष टीम आपको नुकसान पहुंचाएगी ही। बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए सबसे जरूरी है कि हम लगातार विकेट लें लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके।"
हार्दिक पांड्या ने क्यों नहीं की गेंदबाजी?
कोहली ने साथ ही कहा कि टीम को कुछ ओवर पार्ट टाइम गेंदबाजों से कराने की तरफ भी ध्यान देना होगा। कोहली ने कहा, "हमें पार्ट टाइम गेंदबाजों से काम लेने का तरीका निकालना होगा। दुर्भाग्यवश हार्दिक पांड्या गेंदबाजी के लिए तैयार नहीं है इसलिए हमें इस बात को मानना होगा और काम करना होगा। इस एरिया पर हमें ध्यान देना होग, क्योंकि यह टीम संतुलन के लिए बड़ी बात है। मार्कस स्टोइनिस और ग्लैन मैक्सवेल यह आस्ट्रेलिया के लिए करते हैं।"
भारतीय बल्लेबाजों में सिर्फ हार्दिक पांड्या और शिखर धवन ही कुछ कर सके। पांड्या ने 90 और धवन ने 74 रनों की पारी खेली। भारत 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 308 रन ही बना सकी।