- भारत ने तीसरा टेस्ट मैच गंवा दिया
- इंग्लैंड ने सीरीज में बराबरी कर ली
- हार के बाद कप्तान कोहली का बयान
लीड्स: भारतीय टीम ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट गंवा दिया। भारत को लीड्स के हेडिंग्ल मैदान पर एक पारी और 68 रन से हार झेलनी पड़ी। चेतेश्वर पुजारा (91), रोहित शर्मा (59) और विराट कोहली (55) को छोड़कर अन्य बल्लेबाजों ने बेहद लचर प्रदर्शन किया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था, लेकिन इंग्लिश गेंदबाजों ने कप्तान कोहली की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। भारत की पहली पारी महज 78 रन पर ढेर हो गई थी। इसके बाद इंग्लैंड ने पहली पारी में 432 रन बनाए 354 रनों की बढ़त बना ली। भारत की दूसरी पारी 278 रन पर सिमट गई और इंग्लैंड ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। पहला टेस्ट ड्रॉ हो गया था।
क्या टॉस जीतकर बैटिंग सही फैसला था?
भारत के पहली पारी में जल्द ऑलआउट होने के बाद से भारतीय कप्तान के टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने के फैसली की जमकर आलोचना हो रही है। कई विशेषज्ञों ने कहा कि कोहली पिच को सही तरह से पढ़ नहीं पाए। लीड्स में हार के बाद खुद कोहली ने इस सवाल का जवाब दिया। टॉस के फैसले पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'नहीं पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी दिख रही थी, जब इंग्लैंड ने बल्लेबाजी करना शुरू किया तो हमारी गेंदबाजी इतनी अच्छी नहीं थी। दोनों टीमें इस मैच में कैसा खेली, नतीजा उसी हिसाब से है।' कोहली ने इसके अलावा भी कई और अनेक सवालों पर अपनी राय रखी।
'सस्ते में आउट होने पर दबाव होता है'
कोहली ने पहली पारी में भारत के सस्ते में सिमटने पर कहा, 'जब आप 80 रन (पहली पारी में) के अंदर आउट हो जाते हो तो यह स्कोरबोर्ड का दबाव होता है। और इसके बाद प्रतिद्वंद्वी टीम इतना बड़ा स्कोर बना दे।' कोहली ने कहा, 'लेकिन हमने कल (शुक्रवार) मैच में बने रहने के लिए अच्छा खेल दिखाया था, हम जितना प्रयास कर सकते थे, हमने किया और खुद को मौका भी दिया।' चौथे दिन के खेल पर उन्होंने कहा, 'हमने सोचा कि पिच बल्लेबाजी के लिये अच्छी है। लेकिन अनुशासित गेंदबाजी ने गलतियां करने पर मजबूर कर दिया और दबाव बहुत ज्यादा था। जब आप रन नहीं बना रहे हो तो दबाव से उबरना बहुत मुश्किल है। इससे ही बल्लेबाजी चरमरा गई।'
'हमने पहले दो मैचों में काफी अच्छा किया'
वहीं, कोहली ने मध्यक्रम के खिलाड़ियों के रन नहीं बना पाने के बारे में कहा, 'गहराई, आप इस पर चर्चा कर सकते हो। शीर्ष क्रम को काफी रन बनाने चाहिए तभी निचला मध्यक्रम आगे बढ़ सकता है। हमने पहले दो मैचों में काफी अच्छा किया। बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमें आत्मविश्वास से भरा रहने की जरूरत है। यहां तक कि आस्ट्रेलिया में 36 रन पर सिमटने के बावजूद हमने वापसी की थी।' उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों को लेकर कहा, 'शनिवार को इंग्लैंड के गेंदबाजों ने काफी दबाव बना दिया और अंत में वह नतीजा हासिल किया जो वे चाहते थे।' कोहली ने कहा, 'पहली पारी का स्कोर काफी खराब रहा, यह इसी देश में हो सकता है, पूरी पारी ताश के पत्तों की तरह ढह जाए।'