टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के लिए सोमवार का दिन बेहद खास साबित हुआ और करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए गौरवान्वित करने वाला लम्हा था जब आईसीसी ने उन्हें दशक के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर अवॉर्ड से सम्मानित किया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने ट्विटर पर कोहली के इस पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा की। कोहली ने ‘आईसीसी पुरस्कारों’ के समय के दौरान अपने 70 में से 66 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़े।
इन 10 सालों के दौरान 32 वर्षीय विराट कोहली के नाम पर सर्वाधिक अर्धशतक (94), सर्वाधिक रन (20396) के अलावा 70 से अधिक पारी खेलते हुए सर्वाधिक औसत (56.97) का रिकॉर्ड भी रहा। कुल मिलाकर कोहली ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 12040 रन, टेस्ट क्रिकेट में 7318 रन और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2928 रन बनाए हैं और सभी प्रारूपों में मिलाकर उनका औसत 50 से अधिक का है। कोहली इसके अलावा 2011 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य भी रहे।
आईसीसी के दशक के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेटर के पुरस्कार की दौड़ में कोहली को भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट, श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा, आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ, दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन से चुनौती मिल रही थी।
अवॉर्ड्स जीतने के बाद कोहली का बयान
कोहली ने पुरस्कार जीतने की खुशी बयां करते हुए कहा, ‘‘सबसे पहले तो यह पुरस्कार मिलना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। पिछले एक दशक में जो लम्हा मेरे दिल के सबसे करीब है वह निश्चित तौर पर 2011 में विश्व कप, 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी और 2018 में आस्ट्रेलिया में श्रृंखला जीतना है।’’
रविवार को कोहली एकमात्र खिलाड़ी बने थे जिन्हें आईसीसी ने दशक की तीनों प्रारूपों की सर्वश्रेष्ठ टीम में जगह दी थी और साथ ही उन्हें दशक की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का कप्तान भी बनाया गया था।
सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर चुने जाने पर कोहली ने कहा, ‘‘एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से मैं काफी जल्दी जुड़ गया था। मैंने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाई और इसके कुछ साल बाद मैंने टेस्ट पदार्पण किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे काफी पहले ही अपने खेल को समझने का मौका मिला। और मैं पहले भी कह चुका हूं कि मेरा एकमात्र इरादा और मानसिकता टीम के लिए विजयी योगदान देना था और मैंने अपने प्रत्येक मैच में सिर्फ ऐसा करने का प्रयास किया।’’
मैंने कभी आंकड़ों पर ध्यान नहीं दिया
कोहली ने कहा, ‘‘अपने इस सफर के दौरान मैंने कभी आंकड़ों और संख्या पर ध्यान नहीं दिया और आप मैदान पर जो कुछ भी करते हो यह उसका नतीजा है और मेरे लिए यह जीत के रास्ते पर चलते हुए हासिल की गई उपलब्धियां हैं।’’
कोहली आईसीसी के पुरस्कार समय के दौरान एकदिवसीय क्रिकेट में 10000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज रहे। उन्होंने इस दौरान 39 शतक और 48 अर्धशतक जड़े और 61.83 की औसत से रन बनाए।
अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद स्वदेश लौटे कोहली को इससे पहले आईसीसी की दशक की सर्वश्रेष्ठ टीम का कप्तान बनाया गया था। वह एकमात्र क्रिकेटर थे जिन्होंने दशक की तीनों प्रारूपों की टीम में जगह मिली।
कोहली 33 जीत के साथ पहले ही टेस्ट प्रारूप में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। वह जिन आठ देशों में खेले उनमें से सात में उन्होंने शतक जड़े। उन्होंने 2016 और 2017 में मिलाकर छह दोहरे शतक जड़े और यह टेस्ट प्रारूप में उनके करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ समय था।