- एमएस धोनी एक क्लब मैच में ओपनिंग करने को तैयार थे
- एमएस धोनी ने मुश्किल पिच पर ओपनिंग करने की इच्छा जाहिर की थी
- एमएस धोनी इस समय आईपीएल में सीएसके की कप्तानी कर रहे हैं
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर विवेक राजदान ने एमएस धोनी से जुड़ा एक मजेदार किस्सा बताया है, जब बहुत ही मुश्किल पिच पर क्लब मैच में धोनी ओपनिंग करने को तैयार थे। यह किस्सा 2003-04 का है। तब एमएस धोनी ने भारत के लिए डेब्यू नहीं किया था। एक स्थानीय टूर्नामेंट का मुकाबला बरैली में खेला जा रहा था और विवेक राजदान एक टीम की कप्तानी कर रहे थे।
52 साल के विवेक राजदान ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में किस्सा शेयर करते हुए कहा, 'उस समय धोनी दलीप ट्रॉफी खेल रहा था। मगर मैचों के बीच गैप था और हमारा सेमीफाइनल खेलने के लिए आ गया। मैं उस मैच में कप्तान था और टॉस जीतने के बाद गेंदबाजी का फैसला किया क्योंकि पिच थोड़ी अजीब थी और हमें पता नहीं था कि यह कैसा बर्ताव करेगी।' विरोधी टीम मजबूत थी क्योंकि उसमें कुछ नामी रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी थे।
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पूर्व भारतीय बल्लेबाज अजय जडेजा कुछ अन्य रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों के साथ राजदान की टीम का हिस्सा थे। राजदान ने आगे कहा, 'पहले कुछ ओवरों में हमें पिच का स्वभाव समझ आ गया। कुछ गेंदें उछाल ले रही थीं तो कुछ बहुत ही नीचे रह जा रही थी। किसी तरह विरोधी टीम 40 ओवर में 150-155 रन बनाने में सफल रही।' तब ड्रेसिंग रूम नहीं हुआ करते थे। दोनों टीमें टैंट में बैठती थीं। राजदान की टीम विरोधी खेमे की बातचीत सुन सकती थी कि इतनी खराब पिच पर स्कोर बनाना नामुमकिन है।
अचानक आया धोनी: राजदान
राजदान ने याद किया कि वो अजय जडेजा के साथ किसी सीनियर खिलाड़ी को ओपनिंग पर भेजना चाहते थे। उन्होंने कुछ सीनियर बल्लेबाजों से इस बारे में बातचीत भी की थी, जिन्होंने कभी ओपनिंग नहीं की थी। पूर्व तेज गेंदबाज ने बताया कि एमएस धोनी किस तरह इसमें शामिल हुए।
राजदान ने कहा, 'एमएस धोनी भी वहां बैठे थे। अचानक वो खड़े हुए और कहा- मैं ओपनिंग करना चाहता हूं, क्या मैं जा सकता हूं? उसकी आवाज में काफी विश्वास झलक रहा था और मैंने उनकी बात मान ली। कुछ लोग चुनौतियों से डरते हैं जबकि कुछ लोग उसे मौके में तब्दील कर देते हैं।' राजदान के मुताबिक वो चाहते थे कि टीम पहले 15-17 ओवर निकाल ले और फिर लक्ष्य के बारे में सोचे।
बदल दिया मैच का रुख
हालांकि, एमएस धोनी ने पूरी लहर ही बदलकर रख दी। राजदान ने कहानी जारी रखते हुए कहा, 'तो धोनी ओपनिंग करने गए। हमारी योजना थी कि पहले 15-17 ओवर सुरक्षित होकर खेले और विकेट बचाएं। धोनी ने उन्हीं ओवरों में लहर बदलकर रख दी। उन्होंने जडेजा के साथ 120 रन की साझेदारी की। इसमें धोनी ने 93 रन का योगदान दिया था। वो उस कठिन पिच गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर रहा था।'
राजदान ने बताया कि एक छक्का तो दीवार पर जाकर लगा और वहां से गेंद लगकर गेंदबाज के रन-अप की तरफ आई। उन्होंने कहा, 'सभी लोग धोनी को देखकर हैरान थे। पूछ रहे थे कि ये लड़का कौन है? 18 साल इस किस्से को गुजर गए। धोनी अब भी देश की उम्मीदों का भार अपने कंधें पर लेकर चल रहे हैं।' बता दें कि एमएस धोनी इस समय आईपीएल 2022 में चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी कर रहे हैं।