- वीवीएस लक्ष्मण ने भारत की गेंदबाजी में आई क्रांति पर बात की
- पूर्व भारतीय गेंदबाज को दिया इस क्रांति का श्रेय
- भारतीय क्रिकेट टीम की गेदबाजी में साल दर साल हुआ सुधार
नई दिल्लीः भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भारतीय क्रिकेट की काफी अच्छी समझ रखते हैं और गहराई से इस पर कई बार अपनी बात रखते आए हैं। इस बार वीवीएस ने बताया है कि आखिर भारतीय गेंदबाजी में जो सुधार पिछले दशक में देखने को मिला, उसकी शुरुआत कहां से हुई और गेंदबाजी में क्रांति का श्रेय किसको जाता है। वीवीएस लक्ष्मण के मुताबिक पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ को इसका श्रेय जाता है।
वीवीएस लक्ष्मण इन दिनों एक पहल में व्यस्त हैं जिसमें वो उन खिलाड़ियों की तस्वीर शेयर करके सम्मान दे रहे हैं जिन्होंने उन पर काफी प्रभाव छोड़ा और साथ ही भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाए। इसी कड़ी में लक्ष्मण ने जवागल श्रीनाथ की तस्वीर शेयर की है और इस पूर्व तेज गेंदबाज को भारतीय गेंदबाजी में क्रांति लाने का श्रेय दिया। इसके अलावा लक्ष्मण ने राहुल द्रविड़ की भी विकेटकीपिंग करते हुए फोटो शेयर की थी जिसमें उन्होंने द्रविड़ को उन सभी जिम्मेदारियों को भी समर्पण के साथ बखूबी निभाने वाला बताया, जो असल में उनकी जिम्मेदारी थी भी नहीं।
वीवीएस लक्ष्मण का ट्वीट
पूर्व दिग्गज वीवीएस लक्ष्मण ने श्रीनाथ की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैसूर से आने वाला एक शानदार तेज गेंदबाज, उन्होंने भारतीय गेंदबाजी में क्राति लाने का काम किया। विपरीत परस्थितियों में भी उन्होंने जब-जब भारतीय टीम को जरूरत महसूस हुई, वो आगे बढ़कर मदद के लिए आए। श्री की ताकत थी कठिन से कठिन हालातों में शानदार प्रदर्शन करने की भूख।'
श्रीनाथ का करियर, पहले ही मैच में किया था कमाल
जवागल श्रीनाथ ने 1989 में कर्नाटक के लिए अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर का आगाज किया था और हैदराबाद के खिलाफ पहले ही मैच हैट्रिक लेकर धमाल मचाया था। श्रीनाथ ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में 500 विकेट हासिल किए।
ऐसा करने वाले पहले भारतीय
श्रीनाथ ने 1991 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। वो भारत की तरफ से वनडे क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। वो वनडे क्रिकेट में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में आज भी दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने वनडे में 315 विकेट हासिल किए। इसके अलावा श्रीनाथ ने विश्व कप इतिहास में 44 विकेट लिए और भारत की तरफ से विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में वो पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पायदान पर हैं।
करियर के अंतिम दिन और करियर के बाद
श्रीनाथ ने अपना अंतिम टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 में कोलकाता में खेला जबकि अपना आखिरी वनडे मैच 2003 विश्व कप के दौरान खेला जब भारत फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी। श्रीनाथ अपने क्रिकेट करियर के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से जुड़े और लंबे समय से आईसीसी मैच रेफरी की भूमिका निभा रहे हैं।