नागपुर: भारतीय घरेलू क्रिकेट के पितामह बन चुके पूर्व टेस्ट क्रिकेटर वसीम जाफर का बल्ला उम्र के चालीसवें पड़ाव को पार करने के बाद भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वो पिछले 3 सीजन से रणजी ट्रॉफी में धमाल मचा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड कायम किए जो उनसे पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में और कोई खिलाड़ी नहीं कर सका था।
मंगलवार को वसीम जाफर रणजी ट्रॉफी इतिहास में 12 हजार रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए। उन्होंने केरल के खिलाफ नागपुर के व्हीसीए मैदान पर ये उपलब्धि हासिल कर ली। जाफर उस वक्त बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे जब विदर्भ की टीम ने महज 4 रन के स्कोर पर अपना पहला विकेट गंवा दिया था।
साल 2019-20 के रणजी सीजन के आगाज से पहले जाफर को 12 हजार रन के आंकड़े को छूने के लिए 225 रनों की दरकार थी। ऐसे में उन्होंने केरल के खिलाफ मैच के दौरान इस बैरियर को पार कर लिया। मौजूदा सीजन में ही जाफर 150 रणजी ट्रॉफी मैच खेलने वाले पहले क्रिकेटर भी बने थे। वो रणजी इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी भी हैं।
वसीम जाफर ने साल 1996-97 में अपने रणजी करियर की शुरुआत की थी। 24 साल लंबे करियर में उन्होंने अधिकांश क्रिकेट मुंबई के लिए खेली। इसके बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलने का भी मौका मिला। खराब फॉर्म के बाद टीम से बाहर होने के बाद वो दोबारा वापसी नहीं कर सके। लेकिन तीन साल पहले मुंबई के युवाओं को मौका देने के लिए मुंबई का साथ छोड़कर विदर्भ की टीम का थाम लिया। उनके शानदार प्रदर्शन और अनुभव का फायदा विदर्भ की टीम को मिला और उसने लगातार दो रणजी खिताब अपने नाम कर लिए।
जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेले हैं। साल 2008 में वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया की जर्सी में नजर आए थे।