- पंजाब किंग्स नीलामी में 72 करोड़ रुपये के साथ उतरी थी
- पंजाब की टीम नए सीजन के लिए कई दिग्गज खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करने में हुई सफल
- नेस वाडिया ने नीलामी में खिलाड़ियों की खरीदारी पर जाहिर किया संतोष
नई दिल्ली: पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया का मानना है कि उन्होंने हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) नीलामी में ‘बेहतरीन खिलाड़ियों’ से सजी टीम चुनकर आधा काम कर लिया है और अब फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि ये खिलाड़ी उन्हें पहली बार आईपीएल चैंपियन बनने में मदद करेंगे।
आईपीएल की शुरुआत से ही पंजाब किंग्स का प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रही है। टीम इस लीग के 14 सत्रों में से सिर्फ एक बार फाइनल में पहुंची है। पिछले तीन सत्रों में टीम कुछ अच्छे प्रदर्शन के बाद भी आठ टीमों के लीग में छठे स्थान पर रही है। टीम आईपीएल की पिछले नीलामी में सबसे ज्यादा 72 करोड़ रुपये के साथ पहुंची थी नीलामी के बाद क्रिकेट के जानकारों ने फ्रेंचाइजी की तारीफ की।
खिताबी जीत का कर रहे हैं सालों से इंतजार
वाडिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'टीम में सही खिलाड़ियों के संयोजन से आधी जंग जीती जा सकती है। हम ऐसा करने में सफल रहे है। अब यह खिलाड़ियों, कोच अनिल (कुंबले), जोंटी (रोड्स) और डेमियन (राइट) पर निर्भर है कि हमें वास्तव में उस खिताब तक ले जाये जिसका हम इतने लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। कम से कम शीर्ष चार में तो जगह सुनिश्चित करें क्योंकि हमारे लिए पिछले चार-पांच साल अच्छे नहीं रहे हैं।'
इस बार संतुलित है टीम
मयंक अग्रवाल और युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के रूप में केवल दो खिलाड़ियों को रिटेन करने के बाद, पंजाब ने जॉनी बेयर्स्टो, शिखर धवन, राहुल चाहर, कगिसो रबाडा, ओडियन स्मिथ और लियाम लिविंगस्टोन को टीम में शामिल किया। टीम में निरंतरता बनाए रखने के लिए, उन्होंने बड़े शॉट खेलने वाले शाहरुख खान और बाएं हाथ के स्पिनर हरप्रीत बरार को वापस खरीदा, इसके अलावा पहले भी पंजाब का प्रतिनिधित्व कर चुके ऋषि धवन और संदीप शर्मा के लिए टीम ने सफल बोली लगायी।
पिछले सीजन की कमियों को किया है दूर
पिछले कुछ सत्र में टीम को बल्लेबाजी के दौरान बीच के ओवरों में तेजी से रन बनाने और गेंदबाजी में आखिरी ओवरों में खराब प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा था। उन्होंने कहा, 'हमारे पास अब अच्छी संतुलित टीम है। हमारी टीम आठवें और नौवें नंबर तक बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो शुरुआती और आखिरी ओवरों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।'
साल 2008 के बाद थी यह सबसे कठिन नीलामी
वाडिया ने इस टीम की तुलना 2008 की टीम से की जिसमें युवराज सिंह, महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, ब्रेट ली और इरफान पठान जैसे दिग्गज थे। उन्होंने कहा, 'मैं कहूंगा कि यह 2008 में पहले सत्र बाद से हमारे लिए सबसे कठिन और सबसे सफल नीलामी थी।' उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी ने नीलामी की तैयारी पिछले साल अक्टूबर में ही शुरू कर दी थी।