- जीत के लिए चौथी पारी में इंग्लैंड को मिला था 388 रन का लक्ष्य
- पांचवें दिन 270 रन पर इंग्लैंड ने गंवा दिए थे 9 विकेट, 1 विकेट के अंतर से मैच हुआ ड्रॉ
- पहली बार मौजूदा एशेज में इंग्लैंड की टीम को नहीं करना पड़ा हार का सामना
सिडनी: कप्तान जो रूट ने दावा किया है कि एशेज में निराशा के बाद सिडनी में रोमांचक ड्रॉ से इंग्लैंड की टीम प्रतिष्ठा बहाल करने में सफल रही है और यह सही दिशा में उठाया गया एक छोटा कदम है। रूट की टीम ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में पांचवें दिन पूरे दिन बल्लेबाजी की और मैच ड्रॉ कराया। टीम ने 388 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट पर 270 रन बनाए।
जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने कम होती रोशनी के बीच अंतिम दो ओवर में ऑस्ट्रेलिया को सफलता से महरूम रखकर इंग्लैंड को हार से बचाया। पहले तीन मैचों में 12 दिन के भीतर तीन हार के बाद इंग्लैंड की टीम पहले ही श्रृंखला गंवा चुकी है लेकिन इस ड्रॉ के साथ मेहमान टीम ने ऑस्ट्रेलिया की 5-0 से क्लीनस्वीप की उम्मीदों को तोड़ दिया।
तीन बल्लेबाजों जैक क्राउली, बेन स्टोक्स और जॉनी बेयर्स्टो ने 100 से अधिक गेंदें खेली जबकि एंडरसन, जैक लीच और ब्रॉड ने अंतिम 10 ओवर में बेहद दबाव में बल्लेबाजी करके ऑस्ट्रेलिया को जीत से महरूम किया। रूट सिर्फ 24 रन ही बना पाए लेकिन उन्होंने अपनी टीम के प्रयास की सराहना की है।
थोड़ी प्रतिष्ठा वापस पाने में हुए सफल
सिडनी टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद जो रूट ने कहा, ऑस्ट्रेलियाई टीम के विजय रथ को रोकना बड़ा जरूरी था। मैं ये स्वीकार करता हूं कि ये दौरा हमारे लिए कठिन रहा है। लेकिन इस मैच में टीम ने जिस तरह का चरित्र और प्रतिबद्धता दिखाई उसपर मुझे गर्व है। हम इस मैच में अपनी थोड़ी प्रतिष्ठा वापस पाना चाहते थे और प्रशंसकों को खुश होने का मौका देना चाहते थे।
बेयर्स्टो ने इंग्लैंड के लिए खेली अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी
एक टीम के रूप में हमें और आगे जाना है और इसके लिए बहुत से सुधार करने हैं। जॉनी बेयर्स्टो ने इंग्लैंड के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। जैक क्रॉले भी बेहद सहज नजर आए। टीम के कई खिलाड़ियों को चोट लगी थी लेकिन उन्हें दिलेरी दिखाई और मैच में बल्लेबाजी करने उतरे। जैक क्राले के लिए ये मैच अच्छा रहा। अपनी सामान्य तकनीक के साथ वो पिच पर टिके रहे। इस स्तर पर टिके रहने के लिए उनके पास काबीलियत है।