- कोच फिस सिमंस ने अपनी टीम में उठे पक्षपात और दरार की खबरों पर चुप्पी
- टीम मैच और परिस्थिति के अनुसार करती है खिलाड़ियों का चयन
- इस विवाद को नहीं देना चाहिए तवज्जो
बारबाडोस: वेस्टइंडीज की टीम इन दिनों घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज खेलने में व्यस्त है। अब तक खेले गए तीन मैचों में से 2 में जीत हासिल कर किरोन पोलार्ड की कप्तानी वाली टीम 2-1 की बढ़त बना चुकी है। सीरीज के दो मैच और खेले जाने हैं ऐसे में खबर आई कि वेस्टइंडीज की सीमित ओवरों की टीम में खिलाड़ियों के बीच दरार है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों के बीच दरार है। कुछ खिलाड़ियों को टीम में जगह को लेकर जानबूझ कर परेशान किया जा रहा और निशाना बनाया जा रहा है। ऐले में टीम के कोच फिल सिमंस ने दरार की खबरों का खंडन करते हुए करारा जवाब दिया है। सिमंस का बयान विंडीज क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रिकी स्किरीट के कप्तान किरोन पोलार्ड के समर्थन में दिए बयान के बाद आया है। विंडीज क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा था कि ये सब पोलार्ड की छवि को खराब करने के लिए किया जा रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि तीसरे टी20 मैच में रोवमैन पॉवेल को खिलाने के लिए ओडेन स्मिथ को जानबूझ कर टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद इस विवाद की शुरुआत हुई।
खिलाड़ियों को अच्छा इंसान बनने की देते हैं सीख
सिमंस ने इस पूरे विवाद का खंडन करते हुए कहा, आप खिलाड़ियों को एक अच्छा इंसान बनाने और बेहतर क्रिकेट खिलाड़ी बनाने की कोशिश करते हैं। मेरे पूरे क्रिकेट और कोचिंग करियर में मैंने हमेशा अपने साथी खिलाड़ी की मदद करने की कोशिश की। ये एक सीख में इस टीम के सभी सदस्यों को देता हूं। मैंने हमेशा ऐसा किया है। टीम के अंदर किसी खिलाड़ी को निशाना या शिकार बनाने जैसी बात ही नहीं है और जब तक मैं टीम में हूं ऐसा कभी नहीं होगा।
सिमंस ने बताया क्यों नहीं मिला तीसरे मैच में स्मिथ को मौका
सिमंस ने आगे कहा, ओडेन स्मिथ को पांच मैच की सीरीज के पहले दो मैच में खेलने का मौका मिला। उन्हें पहले टी20 में केवल एक ओवर गेंदबाजी दी गई और दूसरे मैच में उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला। हमें इस मौजूदा बेवकूफाना विवाद को खत्म करना चाहिए। हम मैच से पहले एक साथ बैठकर सबसे बेहतर टीम का टयन करते हैं। अगर उस दिन की सर्वश्रेष्ठ टीम का ओडेन स्मिथ हिस्सा नहीं थे तो उस दिन रोवमैन पॉवेल परिस्थियों के लिहाज से बेहतर खिलाड़ी थे।
अपने गिरेबान में झांके आरोप लगाने वाले
सिमंस ने आरोप लगाने वालों को करारा जवाब देते हुए कहा, जो लोग बाहर बैठकर इस तरह की बातें कर रहे हैं उन्हें अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। वेस्टइंडीज की टीम के अंदर चयन के मामले में किसी खिलाड़ी का शोषण किए जाने जैसी कोई बात नहीं है। हमें इस विवाद से दूर जाने चाहिए और इस बहस में उलझे लोगों को अकेला छोड़ देना चाहिए और ऐसा व्यवहार करना चाहिए कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है। आगे से मैं इस विवाद से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब नहीं दूंगा।