किंगस्टन: कोरोना वायरस के कहर के कारण पिछले दो महीने में दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड को बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ है। इसकी वजह से स्थिति ऐसी हो गई की ऑस्ट्रेलिया जैसे क्रिकेट बोर्ड को कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी। वहीं इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को खिलाड़ियों और स्टाफ की तनख्वाह में कटौती का ऐलान करना पड़ा।
ऐसे में छोटे और कम पैसे वाले कैरेबियाई क्रिकेट बोर्ड की हालत खराब हो गई है। विंडीज क्रिकेट बोर्ड की माली हालत पहले से ही खराब चल रही थी ऐसे में कोरोना ने उसे और तगड़ा झटका देकर आईसीयू में पहुंचा दिया है। इस बारे में बात करते हुए वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख रिकी स्केरिट ने कहा है कि पहले ही से बीमार चल रहा उनका क्रिकेट संघ कोरोना महामारी के कारण अब आईसीयू में चला गया है और इस आर्थिक संकट से उबरने के लिये उन्हें काफी कटौतियां करनी होंगी।
स्केरिट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'इस संकट ने पहले ही से आर्थिक संकट में चल रहे हमारे क्रिकेट बोर्ड को आईसीयू में डाल दिया है। यह ऐसा ही है कि आप डॉक्टर के पास इलाज के लिये गए और वह दवा देने की वाला था कि आपको दिल का दौरा पड़ गया।'
स्केरिट ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में लेखा और वित्तीय प्रबंधन सलाहकार फर्म पीकेएफ की समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद एक समिति का गठन किया गया है । यह समिति दौरे और श्रृंखलायें रद्द होने के आर्थिक प्रभावों का आकलन करके अपनी रिपोर्ट देगी जो 27 मई को बोर्ड की अगली बैठक में पेश की जायेगी । उन्होंने कहा, 'हमें खर्च कम करने के लिये उपाय करने होंगे।'