- वनडे सीरीज में भारतीय टीम को 0-3 से हुआ सूपड़ा साफ
- टेस्ट सीरीज 1-2 के अंतर से गंवाने के बाद वनडे सीरीज में नहीं हासिल कर पाई एक भी जीत
- तीनों मैचों में हुई दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर, लेकिन मेजबान टीम ने हर बार मारी बाजी
केपटाउन: केएल राहुल की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में सूपड़ा साफ हो गया। इससे पहले भारतीय विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम ने टेस्ट सीरीज 1-2 के अंतर से गंवा दी थी। ऐसे में प्रशंसकों को वनडे सीरीज में टीम की वापसी का यकीन था। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
केपटाउन में रविवार को खेले गए सीरीज के तीसरे और आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम के पास अपनी साख बचाने का आखिरी मौका था। राहुल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। गेंदबाज मेजबान टीम को क्विंटन डिकॉक की शतकीय पारी के बावजूद 287 रन के स्कोर पर रोकने में सफल हुए। लेकिन जीत के लिए मिले 288 रन के लक्ष्य को टीम इंडिया दीपक चाहर की अंतिम ओवरों में खेली 34 गेंद में 54 रन की पारी के बावजूद हासिल नहीं कर सकी। भारतीय टीम 49.2 ओवर में 283 रन बनाकर ढेर हो गई।
कप्तान केएल राहुल ने सीरीज में टीम की हार का ठीकरा बल्लेबाजों पर फोड़ते हुए कहा, आज दीपक चाहर ने हमें जीत का मौका दिया, बेहद रोमांचक मैच था लेकिन हम जीत की दहलीज पार नहीं कर सके इस बात का अफसोस है।'
खराब शॉट खेलकर बल्लेबाजों ने गंवाए विकेट
राहुल ने आगे कहा, हमने जो गलतियां सीरीज में की हैं वो किसी से छिपी नहीं हैं वो सबसे सामने है। हमारे बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए। वहीं गेंदबाजों ने भी लगातार सही जगह गेंद नहीं डाली और विरोधी टीम के ऊपर लगातार दबाव नहीं बना सके इसी वजह से हमें सीरीज में हार का सामना करना पड़ा।
आईने के सामने खड़े होकर पूछने होंगे खुद से सवाल
राहुल ने आगे कहा, हमें चिन्हित करना होगा कि हम बेहतर कैसे हो सकते हैं। कौशल और खेल की अच्छी समझ की वजह से हम हमेशा मजबूती से खड़े रहे हैं और हमारे अंदर ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है। गलतियां होती हैं और होती रहेंगी लेकिन हमें गलतियों से सीखना होगा और उन्हें नहीं दोहराना होगा। हमें खुद को आइने के सामने खड़ा करके आत्मावलोकन करते हुए मुश्किल सवाल पूछने होंगे।
तीनों मैचों में अंतिम ओवरों में हुआ हार-जीत का फैसला
भारतीय टीम को पार्ल में खेले गए पहले मुकाबले में 31 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं दूसरे वनडे में उसे 7 विकेट से हार मिली थी। तीसरे वनडे में 4 रन के अंतर से भारतीय टीम जीत दर्ज करने से चूक गई। तीनों ही मैचों में हार जीत का फैसला आखिरी के ओवरों में हुआ लेकिन भारतीय टीम एक बार भी बाजी अपने नाम नहीं कर सकी।