मलाहाइड (आयरलैंड): आईपीएल 2022 में कप्तानी डेब्यू करते हुए गुजरात टाइटन्स को खिताबी जीत दिलाने वाले कप्तान हार्दिक पांड्या रविवार को पहली बार टीम इंडिया की आयरलैंड के खिलाफ कमान संभालने जा रहे हैं। ऐसे में हार्दिक ने स्वीकार किया है कि जिम्मेदारी मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में उनके लिए मददगार साबित होती है।
आयरलैंड के खिलाफ रविवार को खेले जाने वाले पहले टी20 मुकाबले से पहले हार्दिक पांड्या ने कहा कि वो मैदान पर जिम्मेदारी लेना पसंद करते हैं। मैच की पूर्व संध्या पर वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार्दिक ने कहा, मैं पहले भी जिम्मेदारी लेना पसंद करता था और अब भी पसंद करता हूं। अब थोड़ी सी ज्यादा है। मैंने हमेशा से माना है कि मैंने जब जिम्मेदारी ली है तब बेहतर प्रदर्शन किया है।
हार्दिक ने आग कहा, जब मैं कप्तान नहीं भी था और जिस तरह से खेलता था तब फोकस यही रहता था कि जब मैं अपनी चीजों की जिम्मेदारी ले सकता हूं। जब आप निर्णय लेते हो तब मजबूत होते हो। क्रिकेट ऐसा खेल है जिसमें परिस्थितियों के अनुरूप मजबूत रहना बेहद जरूरी होता है।
उन्होंने आगे कहा, मुझे हमेशा से जिम्मेदारी दी गई और मैंने हमेशा उसका निर्वहन किया। इसी वजह से मैं बेहतर हो सका। कप्तानी करते वक्त मैं देखता हूं कि मैं वही जिम्मेदारी अन्य सभी खिलाड़ियों को कैसे दे सकता हूं जिससे कि वो परिस्थितियों के साथ लड़ने की क्षमता विकसित कर सकें।
एमएस धोनी और विराट कोहली जैसे दो दिग्गज खिलाड़ियों की कप्तानी में खेल चुके हार्दिक ने कहा, दोनों ने मुझे लीडरशिप क्वालिटी के बारे में बहुत कुछ सिखाया। लेकिन उनका मानना है कि हर कप्तान का कप्तानी का एक अलग ही अंदाज होता है। निश्चित तौर पर मैंने बहुत सी चीजें विराट और धोनी की कप्तानी से ली हैं। लेकिन उसी दौरान में वो भी होना चाहता हूं जो मैं खुद हूं। निश्चित तौर पर मेरी खेल को लेकर समझ थोड़ी अलग है लेकिन मैंने उनसे बहुत सी सकारात्मक बातें सीखी हैं।
हार्दिक ने आगे कहा, मैं अंदेशा लगाने वाला कप्तान नहीं हूं और परिस्थितियों पर निर्णय अपने अंदर की आवाज सुनकर लेता हूं। टीम को उनके कौन से निर्णय की आवश्यकता है मैं उसपर फोकस करता हूं ना कि अंपने अंदर की आवाज को सुनता हूं।
हार्दिक ने आगे कहा, मुझे भारतीय टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला है। यह बहुत बड़ी चीज है। मैं किसी को कुछ दिखाने के लिए क्रिकेट नहीं खेलता हूं। अगर मैं सहीं हूं तो हमेशा एक जैसा रहूंगा।
भारत की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ पर चर्चा करते हुए हार्दिक ने कहा, भारतीय टीम की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ देश में क्रिकेट के भविष्य के अच्छे संकेत है। उन्होंने आगे कहा, अगर ऐसी स्थित उत्पन्न होती है कि हमें दो टीमें भेजनी पड़े तो हम भाग्यशाली हैं कि हमारी बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है। जहां हम अपने खिलाड़ियों को मैदान पर जाकर अपनी प्रतिभा मौका दे सकते हैं। ऐसा करने से कई युवा खिलाड़ियों को मौका मिलेगा। भारत में बहुत से प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लोगों को लेकिन अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिलता। भारत के लिए खेलना उन सभी का सपना होता है। उस सपने का पूरा होना निश्चित तौर पर शानदार होगा।
हार्दिक ने आगे कहा, जिस तरह का कैरेक्टर और प्रतिभा इन खिलाड़ियों ने दिखाई और जिस तरह हम खेले वो भारत की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ को दर्शाता है। भारतीय टीम के पास मौजूदा वक्त में कई विकल्प मौजूद हैं। चार खिलाड़ी अभी भी टीम में जगह पाने के लिए जद्दोजहत कर रहे हैं। वो टीम के दरवाजे खड़खड़ा रहे हैं जिससे कि ये स्थिति उनके लिए बेहतर हो सके।
हार्दिक ने अंत में कहा, वो या उनकी टीम आयरलैंड को हलके में लेने की भूल कतई नहीं करेंगे। हार्दिक ने कहा, हम इस सीरीज को भी बाकी के बड़े टूर्नामेंट्स की तरह लेंगे। यह मानसिक चुनौती है। ये कहना आसान है कि हम आयरलैंड के खिलाफ खेल रहे हैं। लेकिन भारत के लिए खेलना बेहद गर्व की बात है। अगर हम विश्व कप जीतना चाहते हैं तो यहां से हर एक मैच हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गया। पहली बात जो मैंने टीम के लोगों से कही कि हम किसके खिलाफ खेल रहे हैं ये अहम नहीं है बल्कि हमें अपने खेल पर ज्यादा ध्यान देना होगा।'
युवा खिलाड़ियों को मौका देने के बारे में हार्दिक ने कहा, हम युवा खिलाड़ियों को मौका तो देना चाहते हैं लेकिन इस बात को ध्यान में रखते हुए कि हम मैदान पर अपनी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग-11 के साथ मैदान में उतर सकें।