- इंजमाम उल हक की सीनियर खिलाड़ी ने लगाई थी जमकर फटकार
- मैच में जल्दी आउट होने के बाद हुआ था ऐसा
- इस घटना के बाद 1992 में पाकिस्तान की विश्व कप जीत में अहम साबित हुए थे इंजमाम
नई दिल्ली: कोरोना काल को आने वाले समय में खेलों की दुनिया में किस्सागोई के लिए याद किया जाएगा। दुनियाभर के वर्तमान और पूर्व क्रिकेटर्स इस दौरान लॉकडाउन में रहते हुए अपने करियर के अनछुए पहलुओं से अपने प्रशंसकों को रूबरू कर रहा हैं। ऐसा ही एक किस्सा पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर माने जाने वाले इंजमाम उल हक ने साझा किया।
इंजमाम ने प्रशंसकों के साथ अपने करियर के शुरुआती दौर का वो किस्सा साझा किया है जब खराब प्रदर्शन के बाद सीनियर की डांट सुनकर वॉशरूम में आधे घंटे तक फूट फूटकर रोए थे। इंजमाम जब टीम मे आए थे तब उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं था। लेकिन उन्हें कप्तान इमरान खान का समर्थन हासिल था और वो जानते थे कि ये खिलाड़ी लंबी रेस का घोड़ा है।
सीनियर की फटकार पर निकले आंसू
लेकिन करियर के शुरुआती दौर में वो एक मैच में जल्दी आउट हो गए। ऐसे में टीम के एक सीनियर खिलाड़ी ने पवेलियन लौटने के बाद उन्हें बुरी तरह फटकार दिया। इंजमाम ने उस खिलाड़ी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि उस घटना ने उन्हें मानसिक रूप से हिला कर रख दिया था। उन्होंने बताया कि वो डांट खाने के बाद आधे घंटे तक बाथरूम में रोते रहे और पूरी रात उदास रहे। मैंने कभी नहीं सोचा था कि कोई सीनियर खिलाड़ी मेरे साथ ऐसा व्यवहार करेगा।'
इंजमाम ने इसके बाद बताया कि कोई चीजें बुरी से बदतर कैसे हो जाती हैं। इस घटना के अगले दिन उन्हें कप्तान इमरान खान के साथ बैठकर प्लेन में सफर करना पड़ा। ऐसे में उन्होंने सोचा कि अब कप्तान से भी उन्हें पिछले मैच के बारे में सुनना पड़ेगा। इंजमाम ने कहा, अगले दिन जब हम प्लेन में बैठने जा रहे थे तो पता चला कि मेरी सीट इमरान खान के बगल में है। मैंने सोचा कि जब बुरा समय आता है तो सबकुछ बुरा होता चला जाता है। अब मुझे कल के मैच के बारे में फिर खरीखोटी सुननी पड़ेगी। कल और आज के दिन में कोई अंतर नहीं रह जाएगा। इसके बाद वो सीट पर बैठ गए।'
1992 विश्व कप में बने जीत के हीरो
हालांकि पाकिस्तान ने इमरान खान की कप्तानी में साल 1992 में विश्व कप अपने नाम किया। पाकिस्तान की जीत में इंजमाम ने अहम भूमिका अदा की। शुरुआती मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद भी इंजमाम को कप्तान का साथ मिला और सेमीफाइनल में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 37 गेंद में 60 रन की धमाकेदार पारी खेली जिसके कारण पाकिस्तान मैच में वापस आया। इसके बाद फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ इंजमामने 35 गेंद में 42 रन बनाए थे और उनकी यह पारी भी अहम साबित हुई। इस बार कप्तान इमरान खान का उन्हें पूरा समर्थन हासिल था।