क्रिकेट इतिहास दिलचस्प वाकयों और किस्सों से भरा पड़ा है। साथ ही खिलाड़ियों के रिकॉर्ड्स और उपलब्धियों का भी खजाना मौजूद है। मैच-दर-मैच यह खेल अपना सफर आगे बढ़ा रहा है। लेकिन गुजरे वक्त की कुछ यादें ऐसी है जिन्हें भुलाना, शायद नामुमकिन है। ऐसा ही एक अजीबोगरीब वाकया साल 2006 पेशा आया था, जब एक भारतीय खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रलिया के बीच खेले गए वनडे मैच में फील्डिंग की। इस मैच में भारतीय खिलाड़ी वेस्टइंडीज की ओर से क्षेत्ररक्षण के लिए मैदान पर उतरा था।
मुंबई में खेला गया था ये मुकाबला
साल 2006 की चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन भारत में किया गया था। इसी टूर्नामेंट के एक मैच में मुंबई के खिलाड़ी विनायक सामंत ने वेस्टइंडीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फील्डिंग की थी। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला मुंबई के ब्रेबोन स्टेडियम में खेला गया गया था। सामंत को रोनोको मोर्टन के चोटिल हो जाने पर फील्डिंग करने के लिए बुलाया गया था। मोर्टन को ऑस्ट्रेलिया की पारी के 24वें ओवर के दौरान चोट लग गई थी। मैदान से जाने के बाद मोर्टन वापस नहीं आए, जिसके चलते वेस्टइंडीज की टीम में फील्डर्स की कमी हो गई थी।
इस तरह खिलाड़ियों की कमी पड़ी
वेस्टइंडीज टीम के पास इस टूर्नामेंट के लिए 14 प्लेयर्स थे। हालांकि, स्थिति ऐसी बनी की मैच में फील्डिंग के लिए एक खिलाड़ी कम पड़ गया। शिवनारायण चंद्रपॉल तेज बुखार के कारण मैच नहीं खेल पाए थे और कोरी कोलीमोर पिता बनने की वजह से वापस वेस्टइंडीज लौट गए थे। वहीं, कप्तान ब्रायन लारा को फील्डिंग के समय पैर में ऐंठन के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा था। ऐसे में वेस्टइंडीज का एक खिलाड़ी उपलब्ध नहीं हो पाया, जिसके बाद सामंत फील्डिंग करने के लिए लगाए गए थे। वेस्टइंडीज की टीम ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 10 विकेट से हराया था।
सामंत ने 101 प्रथम श्रेणी मैच खेले
विनायक सामंत ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान भारत की ओर कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला। हालांकि, वह घरेलू सर्किट में प्रभावी प्रदर्शन करने में सफल रहे। विकेटकीपर बल्लेबाज सामंत ने 101 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 28.19 की औसत से 3496 रन बनाए। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दो शतक और 22 अर्द्धशतक जमाए। इसके अलावा सामंत ने 45 लिस्ट ए मुकाबलों में 25.85 की औसत से 724 रन बनाए।