- स्मृति मंधाना हुईं थीं मोहम्मद शमी की गेंद पर घायल
- स्मृति मंधाना की जांघ पर 10 दिन तक सूजन बरकरार रही
- शमी ने वादा किया था कि शरीर पर गेंद नहीं डालेंगे, लेकिन मुकर गए
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना ने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ एक रोचक घटना का खुलासा किया है। मंधाना ने बताया कि कैसे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की एक गेंद ने उन्हें घायल किया और फिर उनके शरीर पर 10 दिन तक सूजन बनी रही। भारतीय सीमित ओवर टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा और अपनी टीम की साथी जेमिमा रॉड्रिग्ज से लाइव चैट के दौरान स्मृति मंधाना ने बताया कि शमी की गति उनके लिए कितनी ज्यादा साबित हुई और इससे बल्लेबाज के सामने अंधकार छा गया।
स्मृति ने कहा, 'मुझे याद है शमी भैया के खिलाफ नेट्स पर बल्लेबाजी करना। वो तब रिहैब कर रहे थे। उन्होंने मुझे 120 वाला पेस डाला और वादा किया था कि शरीर पर कोई गेंद नहीं डालेंगे। मैं पहली दो गेंद पर बीट हो गई क्योंकि गति समझ नहीं आ रही थी। उन्होंने तीसरी गेंद डाली जो कट के अंदर आई और मेरे इंनर थाई पर लगी। मेरे सामने काला, नीला और हरा सबकुछ छा गया और वहां 10 दिन तक सूजन बनी रही।'
बिरयानी का कमाल
रोहित शर्मा ने मंधाना की बात पर आगे अपनी राय देते हुए कहा कि मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का नेट्स पर सामना करना सबसे मुश्किल है और कैसे दोनों तेज गेंदबाज ही पिच देखकर बल्लेबाजों की परीक्षा लेने को तैयार रहते हैं। हिटमैन ने कहा, 'नेट सेशन में हमको अधिकांश हरी पिच मिलती है, जिसमें नमी भी होती है। जब भी शमी हरी पिच देखता है तो ज्यादा बिरयानी खाता है। बुमराह का सामना करना भी मुश्किल है, लेकिन अब इन दोनों का सामना करते हुए काफी समय हो गया है।'
रोहित ने आगे कहा, 'शमी और मैं 2013 से एकसाथ खेल रहे हैं। मगर हां, अभी शमी और बुमराह के बीच एक प्रतिस्पर्धा होती है कि कौन बल्लेबाज को सबसे ज्यादा बार बीट कराएगा या कौन बल्लेबाज के हेलमेट पर सबसे ज्यादा गेंद मारेगा।'
इस गेंदबाज का सामना करने से परहेज
हिटमैन ने हाल ही में बताया था कि वह कौन सा गेंदबाज है, जिसका वो सामना नहीं करना चाहते। रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का नाम लिया था। उन्होंने कहा था, 'वर्तमान समय में जिस गेंदबाज का मैं टेस्ट मैचों में सामना नहीं करना चाहता हूं वह जोश हेजलवुड है क्योंकि वह बेहद अनुशासित गेंदबाज है और अपनी लेंथ से टस से मस नहीं होता। वह आपको ढीली गेंद नहीं देता है।'