- इयान बेल ने शनिवार को प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया
- भारत के खिलाफ 2011 में खेले गए टेस्ट मैच के वाकये को कभी नहीं भूल पाएंगे बेल
- धोनी ने बेल को दिया था जीवनदान, रन आउट होने के बाद दिया था दोबारा बल्लेबाजी का मौका
लंदन: इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज इयान बेल ने शनिवार को प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में तीनों प्रारूप में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाले इयान बेल ने साल 2004 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने करियर का आगाज किया था। साल 2015 में वो इंग्लैंड के लिए आखिरी बार खेलते नजर आए। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 118 टेस्ट, 116 वनडे और 8 टी20 मैच खेले और 13 हजार से ज्यादा रन बनाए।
अपनी स्टाइलिश बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले बेल ने दुखी मन से और गर्व के साथ संन्यास का ऐलान किया। बेल के करियर में कई बड़े और अहम पड़ाव आए। वो पांच बार एशेज सीरीज जीतने वाली टीम के सदस्य रहे। वहीं साल 2011 में भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने वाली इंग्लिश टीम के भी वो सदस्य रहे थे। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के साल 2011 में हुए इंग्लैंड दौरे पर के दौरान नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान में खेले गए दूसरे टेस्ट के दौरान बेल के साथ जो वाकया हुआ था उसे बेल ताउम्र नहीं भूलेंगे।
अजीब ढंग से हुए थे बेल रन आउट
उस मैच की पहली पारी में इंग्लैंड की टीम 221 रन पर ढेर हो गई थी। जिसके जवाब में भारतीय टीम ने पहली पारी में 288 रन बनाए थे। ऐसे में दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम इयान बेल के शानदार शतक की बदौलत मजबूत स्थिति में पहुंच गई थी। चायकाल से ठीक पहले इशांत शर्मा की गेंद को इयान मोर्गन ने डीप स्क्वैर लेग की दिशा में खेला। गेंद को बाउंड्री पर प्रवीण कुमार ने चौका होने से रोकने की कोशिश की। इयान बेल को ऐसा लगा की गेंद ने बाउंड्री को टच कर लिया है और वो तीन रन पूरे किए बगैर दूसरे छोर पर खड़े मोर्गन के पास आ गए। ऐसे में प्रवीण कुमार ने गेंद फेंकी तो फील्डर्स ने खाली पड़े छोर की गिल्लियां बिखेर दीं और रन आउट की अपील की।
तीसरे अंपायर ने दिया था आउट करार
चायकाल से ठीक पहले की गई अपील पर अंपायर्स ने थर्ड अंपायर को फैसला लेने के लिए कहा तो अंपायर ने पाया कि गेंद बाउंड्री को नहीं छुई थी और बेल रन आउट हो गए हैं। जब बेल को आउट करार दिया गया तब वो 137 रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे में चायकाल के बाद जब मैच शुरू हुआ तो बेल दोबारा बल्लेबाजी करने इयान मोर्गन के साथ मैदान पर उतरे। ऐसे में मैदान पर उपस्थित दर्शकों को आश्चर्य हुआ कि ऐसा कैसे हो गया। थोड़ी देर पहले जो दर्शक टीम इंडिया की हूटिंग कर रहे थे वही भारतीय टीम की तारीफ में तालियां बजा रहे थे।
इंग्लैंड के अनुरोध पर धोनी ने वापस ली अपील
चायकाल से पहले अंपायरों ने धोनी से अपील वापस लेने के बारे में पूछा था लेकिन उस वक्त धोनी ने साफ तौर पर ना कह दिया। लेकिन जब इंग्लैंड के कप्तान एंड्रर्यू स्ट्रॉस और कोच एंडी फ्लावर चायकाल के दौरान भारतीय ड्रेसिंग रूम में अपनी अपील वापस लेने का अनुरोध करने पहुंचे तो धोनी ने टीम से चर्चा करने के बाद अपील वापस ले ली और इयान बेल दोबारा बल्लेबाजी करने उतरे।
लेकिन चायकाल के समय धोनी ने अपनी रन आउट की अपील वापस लेकर इंग्लैंड के खिलाड़ियों को एक अच्छा पाठ पढ़ाया और बताया कि क्रिकेट कैसे खेली जाती है। धोनी के इस फैसले की बाद में बहुत तारीफ हुई। दोबारा बल्लेबाजी करने उतरे बेल ने 159 रन बनाकर युवराज सिंह का शिकार बने। हालांकि पहली पारी में बढ़त हासिल करने के बावजूद भारतीय टीम को जीत के लिए 478 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 319 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।