मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का शुमार सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में होता है। उन्होंने बेखौफ अंदाज में क्रिकेट खेला और अपनी जबरदस्त छाप छोड़ी। हालांकि, सचिन के क्रिकेट करियर के शुरुआती चरण की बात करें तो वह एक शर्मीले शख्स थे। लेकिन उनकी लव स्टोर किसी फिल्म कहानी से कम नहीं है। उन्होंने महज 17 साल की उम्र में अपनी पत्नी अंजलि को दिल दिया था। दोनों पहली बार 1990 में मुंबई एयरोप्ट पर मिले थे। तब सचिन इंग्लैंड दौरे से लौटे थे। वहीं, अंजलि एयरपोर्ट पर अपनी मां को लेने हुई थीं।
पांच साल तक एक-दूसरे को किया डेट
बता दें कि मंगलवार को सचिन और अंजलि की शादी की 26वीं सालगिरह है। दोनों की शादी 25 मई, 1995 को हुई थी। दोनों ने पांच साल तक एक-दूसरे को डेट किया था। अचानक एयरपोर्ट पर मिले सचिन और अंजलि के दो बच्चे हैं, जिनका नाम सारा और अर्जुन है। अंजलि ने बताया था कि जिस वक्त उन्होंने पहली बार सचिन को देखा तब पता नहीं था कि वह कौन हैं? और उन्होंने क्या किया है? हालांकि, दोनों ने एक-दूसरे के साथ फौरन खास कनेक्शन महसूस किया था और बाद में सचिन और अंजलि एक कॉमन फ्रेंड के जरिए एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जान पाए।
सचिन ने परिवार से बोला था ये बड़ा झूठ
सचिन ने प्यार की खातिर अपने परिवार से एक बड़ा झूठ बोला था। उन्होंने अंजलि को पत्रकार बनाकर पहली बार परिवार से मिलवाया था। अंजलि तब मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। साल 2015 में सचिन की आत्मकथा 'प्लेइंग इट माई वे' के लॉन्च के दौरान अंजलि ने बताया था कि जब सचिन ने पहली बार उन्हें अपने घर पर आमंत्रित किया तो दिग्गज क्रिकेटर नर्वस थे। सचिन नहीं चाहते थे कि उनके परिजनों को दोनों के प्यार के बारे में पता चले। ऐसे में सचिन ने मुझे एक पत्रकार के रूप में अपने परिवार से मिलवानने का प्लान बनाया था।
अंजलि ने कहा था, 'सचिन चाहते थे कि पहली बार मैं उनके घर आऊं। वह थोड़ा हिचकिचा रहे थे। इसलिए उन्होंने एक प्लान बनाया कि वह अपने घर पर लोगों को बताएंगे कि मैं एक पत्रकार हूं। उन्होंने कहा कि आपकों पत्रकार होने का नाटक करना है। मैंने कहा ठीक है, जैसा तुम कहो। मैं तब सलवार कमीज पहनकर उनके घर गई थी।' वहीं, अंजलि ने उस वक्त के बारे में भी बताया था, जब सचिन के दौरे पर जाने के बाद वह उन्हें पत्र लिखती थीं। दरअसल, तब फोन कॉल महंगे थे और कोई सोशल मीडिया ऐप नहीं था।