- नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 100 रन भी नहीं बना पाई थी टीम इंडिया
- जीत के लिए केन विलियमसन की टीम ने दिया था धोनी के धुरंधरों को 127 रन का लक्ष्य
- न्यूजीलैंड की स्पिन तिकड़ी से पार नहीं पार पाए टीम इंडिया के बल्लेबाज
दुबई: टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार शाम खेले जाने वाले मुकाबले पर टीम इंडिया के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें टिकी हैं। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले में 10 विकेट के अंतर से करारी हार का सामना करने के बाद भारत-न्यूजीलैंड का मुकाबला वर्चुअल क्वार्टर फाइनल में तब्दील हो गया है। दोनों ही टीमों को अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे में सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दोनों को बाकी के चार मैच में जीत दर्ज करनी होगी।
भारत की वर्ल्ड कप में नहीं खुला है न्यूजीलैंड के खिलाफ खाता
लेकिन भारतीय टीम का रिकॉर्ड कीवी टीम के खिलाफ टी20 क्रिकेट में अच्छा नहीं रहा है। दोनों टीमों के बीच अबतक खेले गए कुल 17 मुकाबलों में दोनों 8-8 की बराबरी पर हैं। एक मैच का कोई परिणाम नहीं निकला। ये आंकड़ा भी तब है जब भारतीय टीम ने दोनों के बीच खेली गई पिछली टी20 सीरीज में 5-0 के अंतर से बाजी अपने नाम की थी। नहीं तो सालों टीम इंडिया टी20 में कीवी टीम के खिलाफ एक भी जीत नहीं हासिल कर सकी थी। सबसे रोचक बात यह है कि साल 2007 में टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनी धोनी की टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ ही एकलौती हार का सामना करना पड़ा था।
5 साल पहले वर्ल्ड कप में मिली थी करारी हार
पांच साल पहले साल 2016 में भारत की मेजबानी में भारत की धरती पर ये दोनों टीमें भिड़ी थीं तब भी टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा था। टी20 वर्ल्ड कप में ये भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुई दूसरी और आखिरी भिड़ंत थी। नागपुर में खेले गए इस मुकाबले में एमएस धोनी की कप्तानी वाली टीम इंडिया को कीवी टीम ने उसी की भाषा में जवाब दिया था। भारतीय बल्लेबाज मिचेल सेंटनर और ईश सोढी की फिरकी के सामने पस्त हो गए थे।
बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई थी न्यूजीलैंड
इस मैच में कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार शुरुआत करते हुए न्यूजीलैंड को दूसरे ओवर में 13 रन पर दो विकेट पर ला पटका था। मर्टिन गुप्टिल 6 और कोलिन मुनरो 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। गुप्टिल को अश्विन ने एलबीडब्लू किया था वहीं मनुरो आशीष नेहरा की गेंद पर हार्दिक पांड्या के हाथों लपके गए थे।
इसके बाद विलियमसन ने कोरी एंडरसन के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया लेकिन सातवें ओवर में सुरेश रैना की गेंद पर वो स्टंपिंग हो गए। विलियमसन 8 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद एक छोर कोरी एंडरसन ने थाम लिया और रन बनाते रहे। दूसरे छोर पर रॉस टेलर ने उनका साथ दिया लेकिन वो 10 रन बनाकर रन आउट हो गए। इसके बाद एंडरसन को बुमराह ने 34 रन पर बोल्ड करके भारत को पांचवीं सफलता दिला दी।
15.4 ओवर में 89 रन पर 5 विकेट गंवाने के बाद कीवी टीम को मिचेल सेंटरन और ग्रांट इलियट ने मिलकर 100 रन के करीब पहुंचाया लेकिन सेंटनर 17 गेंद में 18 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर धोनी के हाथों लपके गए। इसके बाद ल्यूक रोंची ने अंतिम ओवरों में 11 गेंग में 21 रन की तेज पारी खेली और इलियट ने 12 गेंद में 9 रन बनाकर न्यूजीलैंड को 20 ओवर में 7 विकेट पर 126 रन के स्कोर तक पहुंचाया।
जीत के लिए भारत को मिला था 127 रन का लक्ष्य
जीत के लिए मिले 127 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी बेहद खराब रही। नाथन मैकुलम ने पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर शिखर धवन (1) को एलबीडब्लू करके पवेलियन वापस भेज दिया। इसके बाद तीसरे ओवर में मिचेल सेंटरन ने रोहित शर्मा को स्टंपिंग करा दिया। रोहित 5 रन बना सके।
26 रन पर गंवा दिए थे भारत ने 4 विकेट
ऐसे में फॉर्म में चल रहे विराट कोहली ने एक छोर संभाला लेकिन दूसरे छोर से विकेटों की झड़ी लग गई। देखते देखते सुरेश रैना और युवराज सिंह सेंटनर और मैकुलम की फिरकी में फंस गए। रैना ने 1 और युवराज ने 4 रन बनाए। 4.5 ओवर में टीम इंडिया ने 26 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे।
विराट खेल पाए थे केवल 23 रन की पारी
ऐसे में विराट कोहली और धोनी ने पारी को आगे बढ़ाया लेकिन 27 गेंद पर 23 रन की पारी खेलने के बाद विराट कोहली को ईश सोढी ने विकेटकीपर रोंची के हाथों लपकवाकर भारत को पांचवां झटका दिया। तब टीम इंडिया 8.1 ओवर में 39 रन बना सकी थी।
मुश्किल स्थिति में एक बार फिर प्रशंसकों को आशा थी कि धोनी अनहोनी को हानी कर दिखाएंगे लेकिन दूसरे छोर से उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। हार्दिक पांड्या(1), रवींद्र जडेजा(0) भी 11 ओवर होने से पहले आउट हो गए। पांड्या को सेंटनर ने एलबीडब्लू किया वहीं जडेजा सोढी के हाथों फॉलो थ्रू पर उन्हीं की गेंद पर लपके गए।
धोनी मैच फिनिश करने में हुए नाकाम
अंत में अश्विन ने दूसरे छोर पर रुककर कप्तान का साथ देने की कोशिश की लेकिन 17वें ओवर में वो सोढी की गेंद पर स्टंपिंग हो गए। इसके बाद बढ़ते दबाव के बीच धोनी भी 30 रन बनाने के बाद सेंटरन का शिकार हो गए और इसी के साथ भारत की जीत की आस भी खत्म हो गई। आशीष नेहरा के खाता खोले बगैर बोल्ड होते ही भारत की पारी 79 रन पर ढेर हो गई और कीवी टीम ने 47 रन के बड़े अंतर से जीत हासिल की।
सेंटनर बने थे मैन ऑफ द मैच
इस मैच में कीवी टीम की ओर से मिचेल सेंटनर ने सबसे ज्यादा 4, ईश सोढी ने 3 और नाथन मैकुलम ने 2 विकेट लिए। 10 में 9 विकेट कीवी स्पिनर्स के खाते में गए। मिचेल सेंटनर को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। बल्ले से 18 रन का योगदान करने के अलावा उन्होंने 4 ओवर में 11 रन देकर 4 विकेट लिए।