पोचेस्ट्रॉम: भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ अंडर 19 विश्व कप के फाइनल में 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम पांचवीं बार विश्व चैंपियन बनाने से चूक गई। पहले बल्लेबाजी करते हुए 177 रन पर ढेर होने के बाद स्पिनर रवि बिश्नोई ने एक समय बाजी पलट दी थी और भारतीय टीम की मैच में वापसी करा दी थी। जीत के लिए 178 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने 8.2 ओवर में 50 रन बना लिए थे। ऐसे में रवि बिश्नोई ने अपनी फिरकी में बांग्लादेशी बल्लेबाजों को फांसते नौवें ओवर की पांचवीं गेंद पर टीम इंडिया के पहली सफलता दिलाई। इसके बाद देखते देखते उन्होंने 4 विकेट झटक लिए और बांग्लादेश को 16.1 ओवर में 65 रन पर 4 विकेट पर ला पटका। अंत में बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने जजबा दिखाते हुए नाबाद 43 रन की पारी खेली और बांग्लादेश को पहली बार विश्व खिताब दिला दिया। बिश्नोई ने मैच में 10 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट झटके लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।
विश्व कप में गेंदबाजी में रहे अव्वल
रवि बिश्नोई ने दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी में खेले गए अंडर 19 विश्व कप के 6 मैच में 17 विकेट लिए और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में पहले पायदान पर कब्जा किया। उन्होंने टूर्नामेंट में तीन बार 4 या उससे ज्यादा विकेट झटके। जापान के खिलाफ उन्होंने 5 रन खर्च करके चार विकेट लिए थे। ये उनका टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वो अंडर 19 विश्व कप के एक संस्करण में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले और किसी भारतीय गेंदबाज ने 14 से ज्यादा विकेट नहीं लिए हैं।
पिता ने कहा था क्रिकेट छोड़कर पढ़ाई में मन लगाओ
राजस्थान के जोधपुर से ताल्लुक रखने वाले रवि बिश्नोई के पिता मांगीलाल शिक्षक हैं। रवि को बचपन क्रिकेट खेलने के शौक था पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता था ऐसे में पिता ने उनसे कहा कि क्रिकेट छोड़कर पढ़ाई में मन लगाओ। ऐसे में उन्होंने पिता से एक साल का वक्त मांगा। पिता ने अनुमति दे दी और क्रिकेट के प्रति उनकी लगन से तकदीर बदल गई। 8 साल पहले रवि ने जोधपुर में स्पार्टन क्रिकेट अकादमी में दाखिला लिया था। वो तेज गेंदबाज बनना चाहते थे लेकिन अकादमी के कोच प्रत्युश और शाहरुख ने उन्हें स्पिनर बनने के लिए प्रोत्साहित किया। इस निर्णय के बाद उनकी तकदीर बदल गई।
आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलेंगे
आईपीएल 2020 के लिए दिसंबर में हुई नीलामी में रवि बिश्नोई को 2 करोड़ रुपये खर्च करके अपनी टीम में शामिल किया था। 20 लाख के बेस प्राइज वाले बिश्नोई को खरीदने के लिए किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियन्स के बीच कड़ी टक्कर हुई थी लेकिन अंत में बाजी पंजाब के हाथ लगी। पंजाब के नए कोच अनिल कुंबले इस युवा गेंदबाज को अपनी टीम में शामिल करन के लिए आतुर थे।
राजस्थान के लिए रणजी डेब्यू का है इंतजार
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई राजस्थान के लिए क्रिकेट खेलते हैं। वो गेंदबाजी के साथ-साथ दांए हाथ से कामचलाऊ बल्लेबाजी करते है। उन्हें अब तर राजस्थान के लिए रणजी डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है लेकिन राजस्थान के लिए खेले 6 लिस्ट ए मैच में 38.75 की औसत से 8 और 6 टी-20 मैच में 23.00 की औसत से 6 विकेट लिए हैं। उनकी वनडे में इकोनॉमी 5.63 और टी-20 में 6.57 की है।