बीसीसीआई की राष्ट्रीय चयन समिति ने शुक्रवार को इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया। 'विराट सेना' दौरे पर न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के अलावा इंग्लैंड के साथ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। टीम में रवींद्र जडेजा, हनुमा विहारी और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों की वापसी हुई जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या जगह नहीं दी गई। हार्दिक के टेस्ट टीम में सिलेक्शन ना होने की भविष्यवाणी कुछ विशेषज्ञों ने पहले ही कर दी थी, क्योंकि उन्होंने ऑलराउंडर की बजाए खुद को एक बल्लेबाज के तौर पर ढाल लिया है। वह पीठ की चोट से उबरने के बाद से गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। हार्दिक ने आखिरी बार टेस्ट मैच साल 2018 में खेला था।
टेस्ट टीम में क्यों नहीं हुआ पांड्या का चयन?
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में टीम का हिस्सा रहे हार्दिक खेल नहीं सके थे। वह अभी भी गेंदबाजी करने की स्थिति में नहीं हैं लिहाजा उनका चयन नहीं किया गया। वह छोटे प्रारूपों में बतौर बल्लेबाज टीम में जगह पा सकते हैं लेकिन टेस्ट टीम में चुने जाने के लिए उन्हें गेंदबाजी करनी होगी। पीटीसीआई के मुताबिक, बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, 'हार्दिक पंड्या अभी गेंदबाजी करने की हालात में नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ उसे टीम में रखा गया ताकि वह गेंदबाजी का भार संभालने के लिए तैयारी कर सके लेकिन वह प्रयोग चला नहीं। इसलिये टेस्ट क्रिकेट के लिये उनके नाम पर विचार नहीं किया गया।'
'अब हार्दिक का कंधा परेशान कर रहा है'
वहीं, बीसीसीआई के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडियास से कहा, 'ऐसा नहीं लगता कि वह गेंदबाजी का भार झेलने की हालत में हैं। वह बैक सर्जरी से उबर गए हैं। उन्होंने अपने एक्शन में बदलाव किया है, लेकिन अब उनका कंधा परेशान कर रहा है।' उन्होंने आगे कहा, 'यहां तक कि हार्दिक को भी पता है अगर वह गेंदबाजी करेगा तो तकलीफ बढ़ जाएगी। वह अब अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। टीम प्रबंधन आगामी टी20 विश्व कप के मद्देनजर उन्हें और अधिक समय देना बेहतर समझता है ताकि वह बड़े इवेंट में दमखम दिखा सकें।