- भारत बनाम इंग्लैंड ओवल टेस्ट
- शार्दुल ने फिर जड़ा अर्धशतक
- शार्दुल सोशल मीडिया पर छाए
भारत के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में धमाकेदार अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 72 गेंदों में 7 चौकों और एक छक्के की मदद से 60 रन की पारी खेली। शार्दुल ने मुश्किल वक्त में ऋषभ पंत (100) के साथ 100 रन की साझेदारी की। उनकी पारी की बदौलत भारतीय टीम 368 जैसे मजबूत लक्ष्य देने में कामयाब हो सकी। उन्होंने पहली पारी में भी फिफ्टी जमाई थी।
शार्दुल की एक मैच में दो अर्धशतक जड़ने के बाद जमकर तारीफ हो रही है। साथ ही भारतीय ऑलराउंडर सोशल मीडिया पर भी खूब छाया हुआ है। शार्दुल ट्विटर पर तो टॉप ट्रेंड में बने हुए हैं। शार्दुल की बल्लेबाजी की क्षमता देखकर उनकी तुलना कई लोग इंग्लैंड के धाकड़ ऑलराउंडर बेन स्टोक्स और भारत के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या से कर रहे हैं। कइयों का तो यहां तक कहना है कि शार्दुल, स्टोक्स और पांड्या से बेहतर ऑलराउंडर हैं।
'अब शार्दुल ही पहली पसंद होंगे'
एक यूजर ने लिखा कि इस मैच के बाद मैं हार्दिक पांड्या को फिर कभी भारत के लिए टेस्ट खेलते हुए नहीं देखता। अब शार्दुल ही पहली पसंद होंगे। दूसरे यूजर ने एक फिल्म के सीन की तस्वीर शेयर की, जिसमें बेन स्टोक्स और हार्दिक पांड्या के बीच बेस्ट ऑलराउंडर के लिए लड़ाई चली रही है। उसी बीच शार्दुल की एंट्री होते हैं और वो दोनों को भगा देते हैं। वहीं, तीसरे शख्स ने मशहूर हिंदी फिल्म शोले के एक डायलॉग में फेरबदल करते हुए लिखा कि गब्बर नहीं अब ठाकुर आ जाएगा।
'शार्दुल के रूप में एक रत्न मिला है'
चौथे शख्स ने तारीफ में कमेंट किया कि शार्दुल इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री की तरह हैं। उनके पास असाधारण कौशल हैं। ऐसे खिलाड़ी कम ही देखने को मिलते हैं। सामान्य क्रिकेट नियम उनपर लागू नहीं होते हैं। पांचवें यूजर यूजर ने कहा कि भारत को शार्दुल ठाकुर के रूप में एक रत्न मिला है। वह विदेशी परिस्थितियों में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी को पूरा कर सकते हैं। अन्य यूजर ने लिखा कि क्या भारत को शार्दुल को पाचवें या छठे स्थान पर प्रमोट करना चाहिए क्योंकि वह रहाणे से बेहतर बल्लेबाजी कर रहे हैं?
शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतकीय पारी खेलकर एक खास उपलब्धि भी अपने नाम की है। शार्दुल नंबर 8 पर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50 या उससे ज्यादा रन की पारी खेलने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। टीम इंडिया के लिए सबसे पहले यह कारनामा हरभजन सिंह ने साल 2010 में अहमदाबाद टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था