- केएल राहुल ने अपने व्यवहार से जीता डेब्यूटेंट कैमरून ग्रीन का दिल
- ग्रीन ने कहा जीवनभर याद रहेगा वो पल
- भारतीय स्पिनर्स का सामना करना है कड़ी चुनौती, रिचर्स से नहीं मिलती है मैदान पर मदद
कैनबरा: भारत के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे मैच में चोटिल डेविड वॉर्नर की जगह युवा ऑलराउंडर कैमरून को ऑस्ट्रेलिया ने डेब्यू का मौका दिया। व्यक्तिगत तौर पर ग्रीन के लिए यह मैच प्रदर्शन के नजरिए से यादगार नहीं साबित हुआ। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने पहले तो 4 ओवर में 27 रन दिए और कोई विकेट नहीं हासिल कर सके। इसके बाद बल्लेबाजी करते हुए 27 गेंद में 21 रन बनाए। उनकी टीम को 13 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा और सीरीज 2-1 के अंतर से ऑस्ट्रेलिया के नाम रही।
लेकिन डेब्यू के बाद ग्रीन ने मैच के दौरान विकेटकीपर केएल राहुल के व्यवहार की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जब वो बल्लेबाजी करने आए तब राहुल ने उनका उत्साह बढ़ाया। ये बात वो जीवनभर नहीं भूलेंगे। उन्हें पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था और जब वो मैदान पर आए तब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 186 रन बनाने थे।
राहुल ने बढ़ाया हौसला
ऐसे में उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि केएल राहुल के व्यवहार ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। उन्होंने कहा, मैं विकेटकीपिंग कर रहे केएल राहुल के व्यवहार से बहुत प्रभावित हुआ। उन्होंने मुझसे पूछा कि नर्वस हो तो मैंने उनसे कहा हां थोड़ा सा तो उन्होंने कहा कि अच्छा करो नौजवान। मुझे लगा कि इसका उलट हो सकता है। मुझे लग रहा था कि विराट कोहली कई बार बहुत जोर से कमेंट कर रहे थे। लेकिन विकेट के पीछे केएल राहुल के व्यवहार ने मुझे आश्चर्य चकित कर दिया। मैं इस बात को हमेशा याद रखूंगा।'
विश्वस्तरीय हैं भारतीय स्पिनर्स, रिसर्च से नहीं मिला फायदा
उन्होंने भारतीय स्पिनर्स का सामना करने के अनुभव करे बारे में अपने विचार रखते हुए कहा कि किसी भी करह की रिसर्च आपकी मैदान पर मदद नहीं कर सकती है कि भारतीय स्पिनर्स कैसे गेंदबाजी करते हैं। उन्होंने कहा, वो विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं खासकर स्पिनर। मैंने इससे पहले इस तरह के आक्रमण का सामना नहीं किया था। जडेजा शानदार गेंदबाज हैं उन्हें अच्छी तरह मालूम है कि वो क्या कर रहे हैं। वो कई तरह से गेंद को स्पिन कराते हैं और अचानक से एक गेंद अंदर आ जाती है। आप गेंदबाजों के बारे में रिसर्च कर सकते हैं ज्यादा से ज्यादा फुटेज देख सकते हैं। मैंने भी यही किया था लेकिन मैदान पर भारतीय स्पिनर्स का सामना करना एक अलग अनुभव है।