कोलकाता: भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत 'पिंक बॉल टेस्ट' पास कर लिया। पहली बार दूधिया रोशनी में पिंक बॉल के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलने का टीम इंडिया का अनुभव बेहद शानदार रहा। इशांत शर्मा की अगुवाई वाली पेस बैटरी ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों पर हमला करते हुए उन्हें पिच पर नहीं टिकने दिया। बांग्लादेश की टीम दोनों पारियों में महज 106 और 195 रन बनाकर ढेर हो गई और टीम इंडिया ने पारी और 46 रन के अंतर से मैच अपने नाम कर लिया।
भारतीय तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी का शानदार नमूना पेश करते हुए 20 में से 19 विकेट अपने नाम किए। अश्निन और जडेजा जैसे स्पिन गेंदबाज पिंक बॉल से एक भी विकेट नहीं हासिल कर सके। ऐसे में जीत के बाद टीम के विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने तेज गेंदबाजों की जमकर तारीफ की और ये भी बताया किस गेंदबाज के खिलाफ उन्हें विकेटकीपिंग में परेशानी होती है। साहा ने इसके जवाब में चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे जसप्रीत बुमराह का नाम लिया। उन्होंने कहा, अभी देखा जाए तो बुमराह लिस्ट में नंबर एक होगा। इसके बाद शमी, इशांत, उमेश और भुवनेश्वर का नंबर आता है।
साहा ने आगे पिंक बॉल के साथ विकेटकीपिंग के अनुभव के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे गुलाबी गेंद को विकेट के पीछे लपकने में कोई परेशानी नहीं हुई। उनसे जब ये पूछा गया कि क्या पिंक बॉल ग्लव्स पर ज्यादा लग रही थी उन्होंने कहा, 'मुझे पिंक बॉल में विकेटकीपिंग करने में कोई अंतर महसूस नहीं हुआ।'
कोलकाता के लोकल ब्वॉय साहा ने आगे कहा, पिछले तीन चार साल से हमारे पास ऐसा पेस अटैक है जिसमें सभी 140 किमी प्रतिघंटे से ज्यादा रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। ये सभी घर और घर के बाहर दोनों जगह सफल रहे हैं। इनके खिलाफ विकेटकीपिंग करने में भी चुनौतियां हैं क्योंकि गेंद लगातार हलचल करती है। पिंक बॉल के साथ भी ऐसा ही था लेकिन दूधिया रोशनी में वो ज्यादा हलचल कर रही थी।'
साहा से जब यह पूछा गया कि तेज गेंदबाजों के खिलाफ विकेटकीपिंग के लिए उन्होंने खुद को कैसे तैयार किया तो उन्होंने इसके जवाब में कहा, मैंने बचपन से जो सीखा है वही तेज गेंदबाजों के खिलाफ इम्पलीमेंट किया है। मैंने ज्यादा बदलाव करने की कोशिश नहीं की। बॉल के साथ, कंडीशन या गेंदबाज के हिसाब से विकेटकीपिंग में कोई बदलाव नहीं किया। मैंने केवल मैदान पर जैसी बॉल आ रही है उसके हिसाब से पोजीशन बनाकर गेंद को पकड़ने की कोशिश की।'