- अजीम रफीक नस्लवाद मामला
- यॉर्कशायर के चेयरमैन हटन ने दिया इस्तीफा
- ECB ने यॉर्कशायर को मैचों की मेजबानी से रोका
लंदन: यॉर्कशायर के चेयरमैन रोजर हटन ने पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक के इंग्लिश काउंटी क्लब के खिलाफ नस्लवाद के आरोपों के विवाद पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हटन ने अपने फैसले के लिये क्लब के इस मामले में माफी मांगने से इनकार करने और इन दावों को स्वीकार करने की अनिच्छा का हवाला दिया। हटन ने शुक्रवार को कहा, 'आज मैं तुरंत प्रभाव से यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं।'
'बदलाव या चुनौती स्वीकार करने से इनकार'
हटन 2020 में यॉर्कशायर बोर्ड से जुड़े थे। उन्होंने कहा, 'क्लब का सीनियर प्रबंधन और बोर्ड के कार्यकारी सदस्यों ने माफी मांगने और नस्लवाद की बात स्वीकारने की लगातार अनिच्छा दिखायी है। क्लब में बिताये गये मेरे समय में मैंने अनुभव किया कि इसमें ऐसी संस्कृति है जो बदलाव या चुनौती स्वीकार करने से इनकार करती है।' हटन के क्लब से जुड़ने से दो साल पहले रफीक ने हेडिंग्ले में अपना दूसरा करार खत्म किया था। उन्होंने कहा कि वह कभी भी इस खिलाड़ी से नहीं मिले। गुरुवार को यॉर्कशायर को नस्लवाद मामले का निपटारा करने में असफल होने पर सजा के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी से निलंबित कर दिया गया।
'स्वतंत्र जांच में खिलाड़ी के आरोप सही साबित हुए'
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने यॉर्कशायर काउंटी को अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी से प्रतिबंधित कर दिया क्योंकि क्लब पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक के नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोपों पर कार्रवाई करने में विफल रहा था। स्वतंत्र जांच में खिलाड़ी के ये आरोप सही साबित हुए थे जिससे ईसीबी ने क्लब के रवैये को ‘घिनौना’ भी करार दिया। ईसीबी ने यह फैसला यॉर्कशायर के खिलाड़ी गैरी बैलेंस के अपने पूर्व साथी रफीक के खिलाफ नस्लीय गाली के उपयोग की बात स्वीकार करने के एक दिन बाद किया।
'जब तक क्लब स्पष्ट रूप से नहीं दिखाता कि वो...'
ईसीबी ने अपनी बोर्ड बैठक के बाद एक बयान में कहा, 'यॉर्कशायर क्रिकेट काउंटी क्लब को तब तक अंतरराष्ट्रीय और बड़े मैचों की मेजबानी से निलंबित किया जाता है जब तक कि वो स्पष्ट रूप से नहीं दिखाता कि वह अंतरराष्ट्रीय स्थल, ईसीबी सदस्य और प्रथम श्रेणी काउंटी की उम्मीदों के अनुसार मानकों को पूरा कर सकता है।' क्लब के मैदान हेडिंग्ले को अगले साल जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक वनडे की मेजबानी करनी है। साथ ही नार्दर्न सुपरचार्जर्स के मेजबान के तौर पर ‘द हंड्रेड’ के नाकआउट मैचों की संभावित मेजबानी करनी है। इसके अलावा 2023 के एक एशेज टेस्ट की भी मेजबानी करनी थी। अब इन सभी मैचों पर संशय बन गया है।
'इससे खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है।'
ईसीबी ने कहा, 'बोर्ड स्पष्ट तौर पर मानता है कि यॉर्कशायर क्रिकेट काउंटी क्लब ने जिस तरह से अजीम रफीक द्वारा उठाये गये मुद्दों को निपटाया है, वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे खेल की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। ईसीबी इस मामले को ‘घिनौना’ समझता है जो खेल भावना और इसके मूल्यों के खिलाफ है।' उसने कहा, 'क्रिकेट में किसी भी तरह के भेदभाव और नस्लवाद की कोई जगह नहीं है और जहां भी अगर ऐसा पाया जाता है तो इसकी त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए। अगर क्रिकेट को प्रत्येक का खेल होने की अपनी प्रतिबद्धता दर्शानी है तो इस मामले को मजबूती से निपटाया जाना चाहिए।' ईसीबी ने साथ ही बैलेंस को अनिश्चित समय के लिये इंग्लैंड के चयन से प्रतिबंधित कर दिया जिन्होंने स्वीकार किया था उन्होंने कुछ आपत्तिजनक और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था जिसका रफीक ने खुलासा किया था।