- रंगों का का त्यौहार होली सभी को पसंद आता है
- पाकिस्तानी क्रिकेटर्स भी भारत में होली खेल चुके हैं
- अकरम और मियांदाद उस होली सेलिब्रेशन का हिस्सा थे
आज भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध खराब हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब दोनों देशों के खिलाड़ियों ने होली का पावन त्यौहार एक साथ बड़ी धूमधाम से मनाया। जी हां, यह सच है। यह वाकया करीब 35 साल पहले का है। दरअसल, पाकिस्तान की टीम 1986-87 में भारत दौरे पर आई थी। इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच पांच टेस्ट मैच और छह वनडे मैच खेले गए थे। सीरीज का पांचवां टेस्ट मुकाबला बेंगलुरु में खेला जाना था और उसी दौरान होली आ गई। इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने होटल में जमकर एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाया।
रंंग से लाल कर दिया था स्वीमिंग पूल
पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा रहे पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे उस समय को याद करके काफी रोमांचित हो जाते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, 'मुझे अच्छी तरह से याद है कि भारत और पाकिस्तान की टीमें बेंगलूरु के वेस्टिन होटल में ठहरी थी। होटल में होली का एक कार्यक्रम रखा गया था। इस पार्टी में पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हुए। जावेद मियांदाद होली में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे थे। हाल यह था कि होटल का स्वीमिंग पूल ही नहीं बल्कि होटल के कमरे भी रंग से लाल हो गए थे। हमने सभी ने होली साथ मनाई और साथ में लंच भी किया।'
भांगड़े पर जमकर नाचे
मोरे ने कहा, 'हम सभी ने भांगड़ा जमकर डांस किया। जावेद मियांदाद को तो इतना मजा आया कि होली खत्म होने के बाद भी उन्होंने पार्टी जारी रखी। खास बात यह है कि अगले दिन हम टेस्ट मैच खेलने के लिए मैदान पर थे।'
अकरम भी आज तक नहीं भूले होली के रंग
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम भी उस होली को आज तक नहीं भूले हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था, 'मैं उस होली को बिल्कुल भी नहीं भूल सकता क्योंकि वह बहुत शानदार वक्त था। मैंने होली के बारे में सिर्फ सुना था या फिर टीवी पर देखा था। हमें बताया गया कि होली पर एक-दूसरे पर रंग फेंका जाता हैं और फिर क्या था हमने भारतीय खिलाड़ियों संग जमकर होली खेली। सच कहूं तो मैं वो दिन आज तक नहीं भूला हूं।'