- युवराज सिंह ने करियर में 304 वनडे मैच खेले
- धोनी की कप्तानी में युवी ने खेले 104 और गांगुली की कप्तानी में 110 मैच
- धोनी की कप्तानी में युवी ने जीते दो विश्व खिताब और जीता मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार
नई दिल्ली: मैच फिक्सिंग के दौर से टीम इंडिया को बाहर निकालकर दोबारा से टीम को उसके पैरों पर खड़ा करने वाले कप्तान सौरव गांगुली की कप्तानी के बहुत से मुरीद हैं। उन्होंने न केवल भारतीय क्रिकेट को महानगरों के चंगुल से बाहर निकाला बल्कि टीम इंडिया छोटे शहरों के नए सितारे दिए जिन्होंने आगे चलकर देश का नाम रोशन किया। युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान, आशीष नेहरा, मोहम्मद कैफ, एमएस धोनी सभी ने दादा की कप्तानी में ही अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला कदम रखा। आज भी ये खिलाड़ी दादा की कप्तानी का गुणगान करते नहीं थकते।
हाल ही में युवराज सिंह ने कहा था कि दादा ने बतौर कप्तान उनका जितना समर्थन किया उतना समर्थन उन्हें एमएस धोनी और विराट की कप्तानी में नहीं मिला। ऐसे में लंबे समय तक युवराज के साथ खिलाड़ी रहे आशीष नेहरा ने कहा कि युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, 'मैंने जितना युवराज के करियर को देखा है तो मुझे लगता है कि उसने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन किया। हमने देखा कि किस तरह से उसने 2007 और उसके बाद बल्लेबाजी की। हमने 2011 में देखा कि बीमारी के बावजूद उसने धोनी के नेतृत्व में किस तरह का शानदार प्रदर्शन किया।'
नेहरा ने आगे कहा, 'मेरा मानना है कि प्रत्येक खिलाड़ी का कोई पसंदीदा कप्तान होता है और मेरे हिसाब से युवराज ने धोनी की अगुवाई में बेहतर प्रदर्शन किया।'
ये कहा था युवराज ने
युवराज ने सौरव गांगुली को अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ कप्तान बताते हुए कहा था, 'मैंने सौरव गांगुली के नेतृत्व में बहुत क्रिकेट खेली और उस दौरान मुझे बहुत सपोर्ट मिला। इसके बाद माही( महेंद्र सिंह धोनी) के हाथों में टीम की कमान आ गई। हांलाकि सौरव और माही के बीच चुनाव करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन मेरे जेहन में सौरव गांगुली के दौर की ज्यादा यादें हैं क्योंकि उन्होंने उस दौरान मेरा खुलकर सपोर्ट किया। उस जैसा सपोर्ट मुझे माही और विराट के दौर में नहीं मिला।
माही की कप्तानी में युवी का ऐसा रहा रिकॉर्ड
युवराज ने अपने करियर में कुल 304 वनडे मैच खेले। धोनी की कप्तानी में उन्होंने 104 वनडे मैच में 37 की औसत से 3077 रन बनाए। जबकि गांगुली की कप्तानी में वो महज 30 के औसत से 2640 रन बना सके। धोनी की कप्तानी के दौरान युवराज एक परिपक्व और अनुभवी बल्लेबाज के लिए रूप में स्थापित हो चुके थे। ऐसे में उन्होंने धोनी की कप्तानी में मिली 2007 और 2011 की विश्व विजय में अहम भूमिका अदा की।