- स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर युवराज ने जड़े थे लगातार छह छक्के
- फ्लिटॉफ से हुई थी लड़ाई और ब्रॉड की गेंदों पर उतरा था गुस्सा
- 14 मिनट की पारी में 16 गेंद पर बनाए थे 58 रन, बनाए थे तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड
नई दिल्ली: टीम इंडिया को टी20 विश्व कप 2007 का खिताब जीते 12 साल से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन आज तक क्रिकेट प्रेमियों के दिल से उस जीत का खुमारी नहीं उतरी है। किसी न किसी वजह से खिताबी जीत में शामिल रहे खिलाड़ियों और प्रशंसकों को उस जीत का याद आ ही जाती है। टीम इंडिया की उस विश्व विजय के दौरान अगर प्रशंसकों के जेहन में कोई बात आती हो तो वो है युवराज सिंह के बल्ले से निकले छह छक्के। ये वो पल है जिसे शायद ही युवराज के प्रशंसक कभी भुला पाएं।
हाल ही में युवराज ने गौरव कपूर के यूट्यूब शो आइसोलेशन प्रीमियर लीग में इस पारी से जुड़े कई ऐसे खुलासे किए हैं। इसमें से एक बात यह है कि युवराज को इस पारी के दौरान लगातार छह छक्के जड़ने से ज्यादा मजा एक और शॉट खेलकर आया था। युवराज ने इस बारे में बात करते हुए शो में बताया कि उन्होंने छह छक्के मारने से ज्यादा मजा एंड्रर्यू फ्लिंटॉफ की गेंद पर छक्का जड़ने में आया था।
फ्लिंटॉफ ने कहे थे युवराज को अपशब्द
मैच के दौरान जब युवराज बल्लेबाजी करने आए थे तब उन्होंने एंड्रर्यू फ्लिंटॉफ के ओवर में दो चौके जड़े थे। इसके बाद फ्लिंटॉफ ने युवराज को अपशब्द कहे जो उन्हें नागवार गुजरे और सारा गुस्सा युवा गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ऊपर उतार दिया। पारी के 19वें ओवर में युवराज ने लगातार छह छक्के जड़ने का अनोखा कारनामा कर दिखाया। वराज ने इस पारी के दौरान 12 गेंदों में अर्धशतक भी पूरा कर लिया था जो कि अंतरराष्ट्रीय टी20 में सबसे तेज अर्धशतक है।
आखिरी ओवर में जड़ा था फ्लिंटॉफ की गेंद पर छक्का
लेकिन युवराज को इससे ज्यादा खुशी इसके बाद फ्लिंटॉफ के ओवर में छक्का जड़कर हुई थी। उन्होंने कहा कि वो छक्का जड़कर जो मजा आया वो लगातार छह छक्के जड़ने में भी नहीं हुई। वो उन्होंने 20वें ओवर की चौथी गेंद पर लॉन्ग ऑफ की दिशा में जड़ा था। हालांकि इसके अगली ही गेंद पर लॉन्ग ऑन पर ही लपके गए थे। इस पारी के दौरान युवराज ने 14 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए 16 गेंदों का सामना किया और इस दौरान उन्होंने 3 चौके और सात छक्के जडे़ थे।
इस पारी से पहले खाली था खाता
इंग्लैंड के खिलाफ इस धमाकेदार पारी से पहले युवराज सिंह विश्वकप में कोई छक्का नहीं जड़ सके थे। उन्होंने इस मैच में सात छक्के जड़ दिए और एक साथ तीन-तीन विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। हालांकि इस मैच से जुड़ी एक रोचक बात यह भी है कि यह हिटमैन रोहित शर्मा के करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय टी20 था जिसमें उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला।