- युजवेंद्र चहल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को दिया नया नियम लागू करने का सुझाव
- भारतीय स्पिनर ने मस्ती करते हुए आईसीसी को 'बचपन' वाले नियम का सुझाव दिया
- कोरोना महामारी को देखते हुए गेंद पर थूक लगाकर साफ करने पर प्रतिबंध लगा सकता है आईसीसी
नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल अपनी शानदार फिरकी के साथ-साथ अपने मजाकिया स्वभाव के लिए भी चर्चा में रहते हैं। मैच के बाद उनका चर्चित 'चहल टीवी' हो या फिर सोशल मीडिया पर साथी खिलाड़ियों के साथ मस्ती, ये खिलाड़ी कभी मस्ती में पीछे नहीं रहता। फिलहाल लॉकडाउन चल रहा है और इस दौरान भी उनका मजाकिया अंदाज जारी है। इधर आईसीसी कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए आने वाले दिनों में लार लगाकर गेंद को चमकाने पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है, वहीं चहल ने एक अनोखा सुझाव दे डाला।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) खिलाड़ियों को गेंद पर लार लगाकर चमकाने के पक्ष में नहीं है और कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लग सकता है जबकि कुछ गेंदबाज शायद इस नियम से खुश नहीं होंगे। युजवेंद्र चहल का कहना है कि इससे बल्लेबाजों का फायदा मिलेगा और गेंदबाजों का एक हथियार गुम हो जाएगा। गौरतलब है कि गेंद को चमकाने से गेंदबाजों को अपनी मर्जी के हिसाब से स्विंग कराने में मदद मिलती है। खासतौर पर क्रिकेट के लंबे प्रारूप यानी टेस्ट क्रिकेट में काफी अरसे से जारी है।
चहल ने सिर्फ गेंदबाजों का पक्ष ही नहीं रखा बल्कि मजाक-मजाक में आईसीसी को एक नए नियम का सुझाव भी दे डाला। ये एक ऐसा नियम है जिसे बचपन में बच्चे क्रिकेट खेलते समय रखा करते थे। चहल ने स्पोर्ट्स तक से बात करते हुए कहा, 'गेंद पर लार का इस्तेमाल ना करने से स्विंग पर फर्क पड़ेगा। अंत में बल्लेबाजों को ही इसका फायदा मिलेगा। इसलिए एक और नियम को जोड़ देना चाहिए कि अगर बल्लेबाज छक्का जड़े तो वो खुद जाकर स्टैंड्स से गेंद उठाकर लाए।'
बेशक युजवेंद्र चहल आमतौर पर हमेशा मजाकिया मूड में रहते हैं लेकिन जब खेल की बारी आती है तो मैदान पर उतना ही गंभीर भी होते हैं। इस युवा स्पिनर ने भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेलते हुए अहम योगदान दिया ही है, जबकि आईपीएल में भी वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम का अहम हिस्सा हैं। दोनों ही जगह वो कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में खेलते हैं और इसीलिए लंबे समय से खेलते-खेलते अब कोहली का भी उन पर भरोसा मजबूत हो चुका है।