- भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल का खुलासा
- जब चहल ने एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में लुटा दिए थे 64 रन
- खराब प्रदर्शन के बाद धोनी ने आकर चहल से क्या कहा था
टीम इंडिया ने एमएस धोनी की कप्तानी में सीमित ओवर क्रिकेट में कई यादगार पल दिए। उन यादगार पलों में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिनर जोड़ी की भी कई बार अहम भूमिका रही। धोनी की कप्तानी में इन दोनों स्पिनर्स का करियर एक अलग स्तर तक पहुंचा। हालांकि इन दोनों दोनों ही स्पिनर्स टीम में अपनी जगह के लिए मशक्कत करने में लगे हैं। अगर बात करें युजवेंद्र चहल की तो धोनी ने उनका बहुत साथ दिया, फिर चाहे वो मौका देने की बात हो या मैदान पर उनका हौसला बढ़ाने की। चहल ने धोनी से जुड़ा एक पुराना किस्सा बयां किया है।
आज बेशक युजवेंद्र चहल को कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद टीम से अंदर-बाहर होना पड़ रहा है लेकिन धोनी के समय में उन पर इतना दबाव नहीं था क्योंकि कठिन पलों में भी धोनी अपने खिलाड़ियों का साथ देने से पीछे नहीं हटते थे। चहल ने एक ऐसा ही वाकया बताया है जब उन्होंने एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अकेले 64 रन लुटा दिए थे, लेकिन इसके बावजूद धोनी ने कुछ ऐसा कहा जिससे चहल दबाव में नहीं आए और उनका मनोबल बढ़ा।
अनुभवी भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से उनके यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए चहल ने कहा, "एक बार 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मुकाबले में मैंने 64 रन लुटा दिए थे। क्लासेन ने मेरी गेंदों की जमकर धुनाई कर दी थी। तब माही भाई ने मुझे राउंड द विकेट गेंदबाजी करने के लिए कहा। मैंने वैसा ही किया लेकिन क्लासेन ने उस गेंद पर भी मैदान की सबसे बड़ी बाउंड्री मिड-विकेट पर छक्का जड़ दिया।"
चहल ने आगे कहा, "तब माही भाई मेरे पास आए तो मैंने पूछा कि माही भाई अब क्या करना है? जवाब में उन्होंने कहा- कुछ नहीं, मैं तो वैसे ही आ गया तेरे पास। मुझे पता है कि आज तेरा दिन नहीं है, तुम कोशिश कर रहे हो लेकिन कुछ काम नहीं कर रहा। ज्यादा सोचो नहीं, अपने चार ओवर का कोटा खत्म कर और चिल कर।"
युजवेंद्र चहल कहते हैं कि अगर ऐसे समय पर गेंदबाज से कोई गुस्से में बात करे तो उससे उसका मनोबल बिखर सकता है लेकिन धोनी ने ऐसा नहीं किया। बल्कि उन्होंने चहल से ये भी कहा कि ये तो बस एक मैच है, तूने वनडे में तो कितना अच्छा किया था। चहल ने कहा कि तब मुझे ये भी अहसास हुआ कि क्रिकेट में कभी आप अच्छा करते हो, तो कभी नहीं।