- हनुमा विहारी ने न्यूजीलैंड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच में 101 रन बनाए
- हनुमा विहारी ने चेतेश्वर पुजारा के साथ चौथे विकेट के लिए 195 रन की साझेदारी की
- हनुमा विहारी ने कहा कि अगर उनसे ओपनिंग का पूछा जाए तो वह तैयार हैं
हैमिल्टन: न्यूजीलैंड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच के पहले दिन दोयम दर्जे के गेंदबाजी आक्रमण के सामने भारत के अनुभवहीन सलामी बल्लेबाजों की तकनीकी कमजोरियों की कलई खुलने के बाद हनुमा विहारी ने शुक्रवार को कहा कि टीम प्रबंधन अगर उनसे कहता है तो वह पारी की शुरूआत करने को तैयार हैं। अभ्यास मैच में छठे नंबर पर उतरे विहारी ने शतक जमाया, लेकिन मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ और शुभमान गिल जल्दी आउट हो गए।
तीनों विशेषज्ञ ओपनर्स की नाकामी के बाद सवाल उठने लगे हैं कि वे नील वेगनेर, ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी का सामना कैसे करेंगे। विहारी ने कहा, 'एक खिलाड़ी के तौर पर मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिये तैयार हूं। मुझे अभी कुछ बताया नहीं गया है। मैंने पहले भी कहा है कि टीम की जरूरत के मुताबिक बल्लेबाजी के लिये तैयार हूं।'
पिछले साल अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में पहले टेस्ट के बाद लगातार चार टेस्ट से बाहर रहने का उन्हें बुरा नहीं लगा, यह पूछने पर उन्होंने कहा, 'कई बार टीम संयोजन को भी समझना होता है। जब आप अपनी धरती पर खेल रहे हैं और पांच गेंदबाज टीम में है तो एक बल्लेबाज को बाहर रहना ही होगा। मुझे कुछ साबित नहीं करना है, लेकिन मैं प्रक्रिया का पालन करता हूं।'
यहां पिच की अतिरिक्त उछाल से हैरान रह गए इस बल्लेबाज ने कहा, 'शुरूआत में अतिरिक्त उछाल से हम हैरान हो गए। न्यूजीलैंड ए के खिलाफ मैंने कुछ मैच यहां खेले थे, लेकिन पिच ऐसी नहीं थी। एक बार तालमेल बिठाने पर मैं और पुजी (पुजारा) जमकर खेले। हमें पता था कि हमें लंबी पारियां खेलनी है।'
ओपनर्स ने किया निराश
बता दें कि हनुमा विहारी (101) के शतक और चेतेश्वर पुजारा (93) की बदौलत भारतीय टीम ने शुक्रवार से न्यूजीलैंड एकादश के खिलाफ शुरू हुए तीन दिवसीय अभ्यास मैच में सम्मानजनक स्कोर बनाया। टीम इंडिया की पहली पारी पहले दिन 78.5 ओवर में 263 रन पर ऑलआउट हुई। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने तीनों ओपनर्स को मौका दिया, लेकिन एक भी फायदा नहीं उठा सका। पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल खाता भी नहीं खोल सके जबकि मयंक अग्रवाल केवल 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इन तीनों को स्कॉट कुजलेजिन ने अपना शिकार बनाया।
ढह गया बल्लेबाजी क्रम
विहारी के रिटायर्ड होते ही भारतीय निचलाक्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया और देखते ही देखते टीम 263 रन पर ढेर हो गई। भारतीय टीम के निचले क्रम को समेटने की जिम्मेदारी लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने उठाई। रिषभ पंत (7) को सोढ़ी ने कुजलेजिन के हाथों कैच आउट करा दिया। रिद्धिमान साहा को गिब्सन ने खाता भी नहीं खोलने दिया और क्लीवर के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद सोढ़ी ने रविचंद्रन अश्विन को खाता नहीं खोलने दिया और एलबीडब्ल्यू आउट किया। रवींद्र जडेजा (8) को सोढ़ी ने अपना तीसरा शिकार बनाया। न्यूजीलैंड एकादश की तरफ से स्कॉट कुजलेजिन और रवींद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए। जैक गिब्सन को दो जबकि जिमी नीशम को एक सफलता मिली।