- आईपीएल इतिहास के 5 सबसे बड़े विवाद
- खिलाड़ियों ने गुस्से में सारी हदें पार की
- भारतीय टीम के कई क्रिकेटर विवादों में रहे शामिल
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है। हालांकि, इस लीग में क्रिकेट एक्शन के अलावा कई ऐसे विवाद देखने को भी मिले, जब खिलाड़ियों ने गुस्से में हर हद पार कर दी। 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई और ऐसे कई मौके आएं जब इस लीग में जमकर विवाद हुआ। खिलाड़ियों के बीच जोरदार झड़प हुई तो स्पॉट फिक्सिंग से रेव पार्टी तक के कई मामले सामने आएं।
आज हम आपको ऐसे ही पांच मामले बताने जा रहे हैं, जब खिलाड़ियों ने हदें पार कर दी:
5) दिनेश कार्तिक अपनी टीम पर भड़के - दिनेश कार्तिक के नेतृत्व वाली कोलकाता नाइटराइडर्स ने पिछले साल किंग्स इलेवन पंजाब को मोहाली में मात दी थी। कप्तान दिनेश कार्तिक मैच के दौरान अपनी टीम पर भड़कते हुए दिखे थे। पंजाब की पारी के पहले टाइमआउट में कार्तिक अपनी टीम के साथियों पर भड़क रहे थे और कोच जैक्स कैलिस देख रहे थे। कार्तिक ने मैच के बाद कहा था, 'हमारे लिए पिछले कुछ दिन कड़े बीते। हमारी टीम के गेंदबाज और फील्डर्स जो कर रहे थे, मैं उससे खुश नहीं था। इसलिए मुझे लगा कि खिलाड़ियों को पता होना चाहिए कि मेरे मन में क्या चल रहा है। यह दुर्लभ ही है कि लोगों ने मुझे गुस्से में देखा होगा। अगर मुझे महसूस होता है कि मेरे गुस्सा होने से टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलेगा तो मैं ये करूंगा।' केकेआर ने यह मुकाबला 7 विकेट से जीता था।
4) पोलार्ड और स्टार्क के बीच तगड़ा विवाद - 6 मई 2014 को कीरोना पोलार्ड और मिचेल स्टार्क के बीच गहरा विवाद हुआ था। पोलार्ड पर मैच फीस का 75 प्रतिशत जबकि स्टार्क पर 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। यह घटना मुंबई की पारी के 17वें ओवर की है। स्टार्क ने एक बाउंसर डाली, जिस पर पोलार्ड ने हुक शॉट खेलने का असफल प्रयास किया। गेंदबाज ने पोलार्ड के पास जाकर कुछ शब्द कहे, जवाब में बल्लेबाज ने स्टार्क को गेंद डालने का इशारा किया। स्टार्क जब अगली गेंद लेकर आए तो पोलार्ड स्टंप से हटकर गेंदबाज को रोकने लगे। स्टार्क तब तक जंप के लिए तैयार थे, उन्होंने गेंद नहीं डालने के लिए हाथ रोका, लेकिन गुस्से में बल्लेबाज की तरफ थ्रो फेंका। पोलार्ड ने भी गुस्से में अपना बल्ला गेंदबाज को मारने जैसा दिखाते हुए जमीन पर पटका। दोनों खिलाड़ी बहुत गुस्सा हुए और लगातार एक-दूसरे पर अपशब्द बरसाते रहे।
3) कोहली ने अश्विन को किया इशारा - रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने पिछले साल किंग्स इलेवन पंजाब के रविचंद्रन अश्विन का कैच बाउंड्री लाइन पर पकड़ा और इशारों के साथ बल्लेबाज को डगआउट भेजा। पंजाब को जीत के लिए 6 गेंदों में 27 रन की जरूरत थी। उमेश यादव की पहली गेंद पर अश्विन ने लांग ऑन के ऊपर से छक्का जमाया। अगली गेंद पर उन्होंने फिर वही शॉट जमाने का प्रयास किया, लेकिन गेंद कोहली के हाथों में गई। कोहली ने अश्विन के मांकड प्रयास का मजाक उड़ाने की कोशिश की थी। वैसे, यह भी माना जा रहा था कि आरसीबी कप्तान के आउट होने पर अश्विन ने उनके विकेट के जोरदार जश्न मनाया था, जिसका जवाब कोहली ने इस तरह दिया। बता दें कि इस मैच में आरसीबी ने पंजाब को मात दी थी।
2) कोहली-गंभीर के बीच हुई तल्खी - 2013 आईपीएल में यह विवाद सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। दो भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और विराट कोहली एक-दूसरे से बीच पिच पर भिड़ गए। बड़ी बात यह थी कि दोनों क्रिकेटर्स भारतीय टीम में होने के साथ-साथ दिल्ली में भी एकसाथ खेल चुके हैं। विराट कोहली आउट होने के बाद गेंदबाज को देख रहे थे, तब गंभीर बीच में आए और फिर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। दिल्ली के क्रिकेटर रजत भाटिया ने आकर बीच-बचाव कराया। विराट कोहली की टीम आरसीबी ने यह मुकाबला 8 विकेट से जीता था।
1) एमएस धोनी अंपायरों से भिड़े - एमएस धोनी क्रिकेट इतिहास के सबसे शांत खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं। मगर चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान ने 2019 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में अपना आपा खो दिया था। 152 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान धोनी आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर आउट हो गए। टीम को आखिरी 3 गेंदो में 8 रन की दरकार थी। एक नो बॉल को लेकर उलझन हुई और धोनी गुस्से में मैदान के अंदर घुस गए। उन्होंने भारतीय अंपायर उल्हास गांधे से बहस की। इस रोमांचक मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को चार विकेट से मात दी थी। धोनी को 43 गेंदों में 58 रन की पारी खेलने के लिए मैन ऑफ द मैच खिताब से नवाजा गया था। (वीडियो साभार- ट्विटर, आईपीएल वेबसाइट और यू-ट्यूब)