- एबी डिविलियर्स ने दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम में वापसी को लेकर अपने विचार बताए
- डिविलियर्स ने साथ ही कहा कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान आगामी आईपीएल पर लगा है
- ऐसी उम्मीद है कि टी20 विश्व कप के लिए डिविलियर्स राष्ट्रीय टीम में वापसी करेंगे
जोहानसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है। यह स्थिति तब उभरी जब इमरान ताहिर, हाशिम अमला और जेपी डुमिनी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। मगर दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने सबसे पहले संन्यास लिया था, जिसका टीम पर गहरा प्रभाव पड़ा था। हाल ही में बिग बैश लीग खेलते समय दाएं हाथ के बल्लेबाज ने संकेत दिए थे कि वह संन्यास पर यू-टर्न लेने का मन बना रहे हैं।
डिविलियर्स ने कहा था कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी को लेकर बातचीत कर रहे हैं। वापसी का मतलब यह होगा कि डिविलियर्स का पूरा ध्यान दक्षिण अफ्रीका को टी20 विश्व कप दिलाने पर होगा। जब से मार्क बाउचर ने हेड कोच का पद संभाला है, उनका लक्ष्य टीम को सही दिशा में आगे ले जाने का है। बाउचर ने भी इच्छा जताई थी कि एबीडी की राष्ट्रीय टीम में वापसी हो। पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने भी स्टार बल्लेबाज की वापसी की बात कही थी।
'इंतजार करिए, देखते हैं क्या होता है'
ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि आईपीएल शुरू होने से पहले एबीडी कुछ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर खबरें आईं कि 1 जून को डिविलियर्स को टेस्ट देने के लिए उपलब्ध रहना होगा। इसके बाद श्रीलंका दौरे के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम का ऐलान किया जाएगा।
डिविलियर्स के हवाले से स्पोर्ट्स्टार ने कहा, 'अभी इंतजार कीजिए और देखते हैं कि क्या होता है। मेरा इस समय पूरा ध्यान आईपीएल पर लगा है और आरसीबी को अपनी पूरी क्षमता का एहसास दिलाने में मदद करने पर है। इसके बाद हम बैठेंगे और देखेंगे कि आगे क्या हो सकता है।' फिलहाल एबी डिविलियर्स कोई फैसला लेने की जल्दबाजी में नहीं है।
36 साल के डिविलियर्स ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। उन्होंने 2019 विश्व कप के लिए राष्ट्रीय टीम में लौटने की कोशिश की, लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें अनुमति नहीं दी। प्रोटियाज टीम के लिए विश्व कप बेहद खराब अनुभव रहा। संन्यास लेने के सवाल पर डिविलियर्स ने कहा, 'हर खिलाड़ी अपनी स्थिति समझकर अपने फैसले लेता है। मैं उस जगह पहुंच चुका था, जहां अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ ज्यादा समय बिताना चाहता था। मैं क्रिकेट और परिवार के बीच बेहतर संतुलन बनाना चाहता था। खिलाड़ियों पर मानसिक और शारीरिक थकान काफी होती है।'