आईपीएल 2020 की शुरुआत होने वाली है और 8 टीमों के सभी खिलाड़ी एक ट्रॉफी के लिए फिर से जोर लगाने वाले हैं। कठिन परिस्थितियों में टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में हो रहा है। इस टूर्नामेंट ने अपने पिछले 12 सालों में कई ऐसे खिलाड़ी दिए जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम बनाया। आईपीएल की पहचान अब एक ऐसे टूर्नामेंट के रूप में भी हो चुकी है जहां से प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी अपना दबदबा बनाते हुए आगे बढ़ते हैं। वहीं कुछ कहानियां ऐसी भी होती हैं जो इससे थोड़ी अलग होती हैं।
अगर ये सवाल पूछा जाए कि आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा हैट्रिक किसने ली हैं तो इसका जवाब है- अमित मिश्रा। अगर आईपीएल इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने वालों की सूची तैयार की जाए तो इस मामले में भी भारतीय खिलाड़ियों जो नाम सबसे ऊपर आता है, वो है- अमित मिश्रा। ये भारतीय स्पिनर अब 37 साल का हो चुका है और अब भी आईपीएल में अपना जलवा बिखेर रहा है।
अमित मिश्रा का आईपीएल करियर
अमित मिश्रा आजकल दिल्ली कैपिटल्स टीम में हैं। वो आईपीएल में तीन टीमों से खेल चुके हैं। दिल्ली की टीम में वो तब भी रह चुके हैं जब उसका नाम डेयरडेविल्स था। वो 2008 से अब तक 147 आईपीएल मैच खेल चुके हैं। आईपीएल इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने वालों में उनका नाम लसिथ मलिंगा के बाद दूसरे नंबर पर आता है।
उन्होंने 157 विकेट लिए हैं और वो भारतीय खिलाड़ियों में शीर्ष पर हैं। इसके अलावा आईपीएल इतिहास में सर्वाधिक तीन हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड भी अमित मिश्रा के नाम दर्ज है। इस बार वो फिर से दिल्ली कैपिटल्स में जान फूंकने का प्रयास करेंगे। पिछले सीजन के 11 मैचों में उन्होंने 11 विकेट चटकाए थे।
3 साल से नहीं मिली नीली जर्सी
जैसा कि हमने शुरुआत में आपको बताया कि बहुत से खिलाड़ियों को आईपीएल के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिलता है लेकिन अमित मिश्रा के साथ ऐसा होता नहीं दिखा है। वो पिछले तीन साल से भारतीय टी20 टीम से बाहर हैं। वहीं टेस्ट और वनडे क्रिकेट में वो चार साल से बाहर हैं। अगर बात करें उनके आखिरी तीन अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों की तो उन्होंने उसमें 5 विकेट झटके थे। लेकिन चयन समिति शायद सिर्फ उनकी उम्र की वजह से उनको टीम में लेने की इच्छुक नहीं दिखती है।
कई ऐसे उदाहरण है कि उम्र से खेल का कोई वास्ता नहीं लेकिन फिर भी अमित मिश्रा को मौका क्यों नहीं मिलता ये समझ से परे है। उन्हें ना तब मौका मिला जब हरभजन और अश्विन जैसे स्पिनर टी20 के फ्रेम से बाहर हुए, और ना तब मौका मिला जब चहल और कुलदीप जैसे स्पिनर फॉर्म से बाहर हुए।